(Panipat News) पानीपत। समालखा स्थित पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पाइट) में आंतरिक स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं में इतना उत्साह था कि 630 ने अपने प्रोजेक्ट दिखाए। विभिन्न इंजीनियरिंग शाखाओं के विद्यार्थियों ने कई समस्याओं के समाधान बताए। अब इनके चयनित प्रोजेक्ट को रीजनल स्तर पर भेजा जाएगा।
पाइट के वाइस चेयरमैन राकेश तायल ने बताया कि 2020 में तीन टीमों ने फाइनल राउंड में जगह बनाई थी। एक लाख का पुरस्कार जीता था। 2022 में 48 टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें से एक टीम ने रांची में गोल्ड मेडल और एक लाख रुपये का इनाम जीता। 2023 में प्रतिभागी टीमों की संख्या बढ़कर 79 हो गई, जिसमें से एक और टीम हैदराबाद में फाइनल राउंड में पहुंची। प्रतिस्पर्धा की संयोजक डॉ.पूनम जागलान ने बताया कि इस बार सॉफ्टवेयर/स्टूडेंट इनोवेशन और हार्डवेयर कैटेगरी में 89 रजिस्ट्रेशन हुए।
पाइट के निदेशक प्रो. डॉ. शक्ति कुमार ने कहा कि नवाचार से ही देश विकसित होगा। हमें ज्यादा से ज्यादा रिसर्च करनी होगी। पेटेंट कराने होंगे। छात्रों को अवसर उपलब्ध कराने होंगे। इस अवसर पर बोर्ड सदस्य शुभम तायल, रजिस्ट्रार डॉ. मनोज अरोड़ा, डीन डॉ.जेएस सैनी, डीन डॉ.बीबी शर्मा, एप्लाइड साइंस एवं ह्यूमैनिटी विभाग की अध्यक्ष डॉ.विनय खत्री, कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग के अध्यक्ष डॉ.दिनेश वर्मा, सीएसई से डॉ.एससी गुप्ता, बीबीए विभाग के अध्यक्ष डॉ.रोहित गर्ग मौजूद रहे।