महर्षि दयानंद सरस्वती ने ऊंच, नीच, भेदभाव की खाई को समाप्त करने का आह्वान किया था : मनीष घनगस

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Panipat News/200th birth anniversary of Maharishi Dayanand Saraswati the founder of Arya Samaj on 12 February
Panipat News/200th birth anniversary of Maharishi Dayanand Saraswati the founder of Arya Samaj on 12 February
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। हरियाणा आर्य प्रतिनिधि सभा द्वारा संचालित आर्य वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के प्रधानाचार्य मनीष घनगस ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता, आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जन्म जयंती 12 फरवरी को है। वहीं महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती से दुनिया भर में दो सालों तक आर्य समाज संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन होगा, दो सालों तक चलने वाले विश्व व्यापी कार्यक्रमों का शुभारंभ 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली  में करेंगे। उन्होंने बताया कि 19वीं सदी के सामाजिक, आध्यात्मिक, प्रभावशाली, क्रांतिकारी, परिवर्तनकारी आंदोलन आर्य समाज की स्थापना महर्षि दयानंद सरस्वती ने ही की थी।

तत्कालीन समाज को जगाने तथा जग जोड़ने का कार्य किया

वहीं स्वराज्य शब्द के जन्मदाता महर्षि दयानंद सरस्वती ने समाज को अंधविश्वास और कुरीतियों से दूर करने के क्रांतिकारी संदेश के साथ ईश्वरीय ज्ञान वेद को समस्त मानव जाति और प्रत्येक वर्ग के लिए आवश्यक बताते हुए ऊंच, नीच, भेदभाव की खाई को समाप्त करने का आह्वान किया था। आर्य स्कूल के प्रधानाचार्य मनीष घनगस ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा रचित सत्यार्थ प्रकाश जैसे कालजई ग्रंथ की रचना ने तत्कालीन समाज को जगाने तथा जग जोड़ने का कार्य किया। वहीं, स्त्री शिक्षा, सबके लिए एक समान शिक्षा के अधिकार के साथ नारी के कल्याण, जाति निर्मूलन, हिंदी भाषा, गोरक्षा, उन्नत कृषि, विधवा पुनर्विवाह व गुरुकुल प्रणाली आदि महान कार्यों के लिए महर्षि दयानंद सरस्वती के योगदान को सदैव याद किया जाता रहेगा।

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