Panipat Asha Workers Union : पानीपत में भाजपा शहरी विधायक के कार्यालय पर आशाओं ने किया विशाल रोष प्रदर्शन 

0
198
Panipat Asha Workers Union
Panipat Asha Workers Union
Aaj Samaj (आज समाज), Panipat Asha Workers Union, पानीपत : पानीपत आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबंधित सीटू एवं सहयोग सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला कमेटी पानीपत के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर पानीपत शहरी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा पार्टी के विधायक प्रमोद विज के कार्यालय पर विशाल रोष प्रदर्शन करते हुए लिखित में ज्ञापन पत्र सौंपा गया। पानीपत शहर में अपनी मांगों को लेकर विशाल जुलूस निकाला गया। रोष प्रदर्शन का नेतृत्व सीटू राज्य सचिव सुनील दत्त, आशा वर्कर्स यूनियन की जिला सचिव सविता, कार्यकारी प्रधान नन्ही, कोषाध्यक्ष सुशीला, प्रधान पिंकी, पूर्व प्रधान सुमन शर्मा, उप प्रधान सुमन भारत नगर, आदि ने किया। आशाओं की राज्यव्यापी हड़ताल का समर्थन अखिल भारतीय किसान सभा के जिला सचिव राज्यपाल, एटक मजदूर यूनियन  के राज्य उपप्रधान कामरेड दरियाव सिंह कश्यप, सीटू जिला सचिव जय भगवान अपने संगठनों की ओर से करते हुए सरकार से तुरंत आशाओं की मांगों का समाधान करें।
  • विधायक प्रमोद विज को सौंपा लिखित मांग पत्र

मुख्य मांगे

नंबर 1 सन 2018 के बाद से आशा वर्कर्स के काम में कहीं गुना बढ़ोतरी हो चुकी है परंतु पिछले 5 साल में कोई मानदेय में बढ़ोतरी नहीं हुई है। आशा वर्कर्स के मानदेय में बढ़ोतरी की जाए और 26 हजार न्यूनतम वेतन दिया जाए। आशा वर्कर्स को पक्का कर्मचारी बनाया जाए।
नंबर 2 आशा वर्कर के मानदेय और प्रोत्साहन राशियों को महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए।
नंबर 3 आशा वर्कर्स को ईएसआई व पीएफ और रिटायरमेंट बेनिफिट समेत सभी सामाजिक सुरक्षा लाभ दिया जाए।
नंबर 4 अनुभव और योग्यता के आधार पर आशा वर्कर्स की पदोन्नति की जाए।
नंबर 5 सब सेंटर पर आशा के बैठने वह सामान रखने की जगह सुनिश्चित की जाए। जिन गांवों में सब सेंटर नहीं है वहां आशा सेंटर खोले जाएं।
नंबर 6 एक्टिविटीओं के काटे गए 50 प्रतिशत को तुरंत वापस दिया जाए। मुख्यमंत्री द्वारा घोषित 7 हजार रुपए भी तुरंत जारी किए जाएं।
नंबर 7 आशा वर्कर को पीएचसी में मीटिंग में जाने और मरीज के साथ जाने के लिए किराया भत्ता दिया जाए।
नंबर 8 रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष की जाए।
नंबर 9 आशा फैसिलिटेटर की विजिट की प्रोत्साहन राशि यों में बढ़ोतरी की जाए और फैसिलिटेटर की रिपोर्टिंग के लिए प्रोत्साहन राशि फिक्स की जाए। आशा वर्कर्स को ड्रेस के लिए 2 हजार रुपए वार्षिक दिए जाएं।