आज समाज डिजिटल, जयपुर:
Monkeypox Reached Country From Abroad: Panic दुनिया अभी कोरोना महामारी के दंश से पूरी तरह उबरी नहीं थी कि मंकीपॉक्स नाम की एक नई मुसीबत दस्तक दे रही है। भारत में संदिग्ध मरीजों को आइसोलेट करने के साथ ही सैम्पल लेने के भी निर्देश दिए गए हैं। राजस्थान में संदिग्ध मरीजों को आइसोलेट करने के साथ ही सैम्पल लेने के भी निर्देश दिए गए हैं। यहां पर मंकीपॉक्स के खतरे से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है और सभी राज्यों को एडवाइजरी भी जारी की गई है।
क्या हैं लक्षण
चिकित्सकों के अनुसार यह बीमारी जीवों से इंसानों और इंसानों से इंसानों में फैल सकती है। इसका वायरस- त्वचा में चोट या कट श्वसन तंत्र, म्यूकस मेंब्रेन के जरिए भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसके क्लीनिकल लक्षण भी स्मॉल पॉक्स जैसे ही हैं। जो आधिकारिक तौर पर 1980 में ही दुनियाभर से खत्म हो चुकी है। विगत दिनों तक यूके, यूएसए, यूरोप, आस्ट्रेलिया और कनाडा में इसके मरीज पाए गए हैं। इससे अब तक किसी की मौत रिपोर्ट नहीं की गई है। चिकित्सकों के अनुसार आमतौर पर इस बीमारी का इन्क्यूबेशन पीरियड 7 से 14 दिन का है। लेकिन कुछ मामलों में यह 5 से 21 दिन का भी पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध मरीजों के सैम्पल एनआईवी पुणे जांच के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं।
कैसे फैलती है यह बीमारी
यह जीवों से फैलने वाली बीमारी है, जो सबसे पहले बंदरों में पाई गई थी। इसका वायरस चूहा प्रजाति में भी पाया गया था। मंकी पॉक्स के लक्षण भी स्मॉल पॉक्स से मिलते-जुलते ही हैं। हालांकि इस बीमारी को खतरनाक नहीं माना जाता है, लेकिन इस बीमारी में मरीजों को बुखार, शरीर पर चकत्ते और लिंफ नोड्स में सूजन जैसी शिकायतें सामने आती हैं। हालांकी बाद की स्टेज में कई तरह की मेडिकल कॉम्प्लिकेशन्स भी हो सकती हैं। चिकित्सकों के अनुसार 2 से 4 सप्ताह में शरीर से इसके सभी लक्षण चले जाते हैं। लेकिन कुछ केस सीवियर भी हो सकते हैं।
पूणे भेजे गए सैंपल
कोरोना के बाद मंकीपॉक्स नया सिरदर्द ना बने इसके लिए सभी ऐहतियात बरते जा रहे हैं। मंकीपॉक्स को लेकर राजस्थान सरकार अलर्ट हो गई है। इसको लेकर सरकार ने सभी सीएमएचओ को संदिग्ध मरीजों को आईसोलेट करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही सैम्पलों को जांच के पुणे भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना के बाद अब दुनिया में मंकी पॉक्स को लेकर दहशत फैलती जा रही है। कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले आने के बाद अब दुनियाभर के देश अलर्ट मोड पर आ गए हैं। भारत में भी एहतियातन सभी राज्यों को एडवायजरी जारी की गई है। जिसके बाद राजस्थान में संदिग्ध मरीजों को आइसोलेट करने के साथ ही सैम्पल लेने के भी निर्देश दिए गए हैं।
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