इशिका ठाकुर,कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केन्द्र में 25 अक्टूबर, 2022 को सूर्य-ग्रहण के अवसर पर दर्शकों के अवलोकनार्थ व्यापक प्रबंध किए गए। सर्वप्रथम प्रात: काल 10.30 बजे केंद्र में सूर्य-ग्रहण मान्यताएं एवं वैज्ञानिक अवधारणा विषय पर एक प्रदर्शनी उद्घाटन कुरूक्षेत्र के उपायुक्त शान्तनु शर्मा ने दीप प्रजल्लिवत कर किया। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि यह प्रदर्शनी समाज में फैले अंधविश्वास को दूर कर जनमानस के समक्ष वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रभावी तरीके से रखने में सक्षम है। कुरुक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केन्द्र द्वारा सूर्य-ग्रहण के अवलोकन हेतु किये गए व्यापक प्रबंध सराहनीय है।
दर्शकों को शिक्षित एवं जागरूक करने हेतु केन्द्र ने व्यापक प्रबंध किए
केन्द्र के परियोजना समन्वयक सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि इस बार कुरुक्षेत्र में आंशिक सूर्य-ग्रहण रहा, कुरुक्षेत्र में सूर्य ग्रहण का समय 4:25 मिनट पर प्रारम्भ हुआ तथा यह 5.39 मिनट पर समाप्त होगा। इसका अधिकतर संक्रमण 5.28 मिनट पर रहेगा तथा कुरुक्षेत्र में सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटा 14 मिनट होगी। जब चन्द्रमा पृथ्वी एवं सूर्य के मध्य आ जाता है तो चन्द्रमा सूर्य को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक लेता है तथा इस खगोलीय घटना को विज्ञान की भाषा में सूर्य-ग्रहण कहा जाता है। आज दिखाई देने वाला सूर्य-ग्रहण आंशिक सूर्य-ग्रहण है। साथ ही इस दुर्लभ खगोलीय घटना के अवसर पर दर्शकों को शिक्षित एवं जागरूक करने हेतु केन्द्र ने व्यापक प्रबंध किए। केंद्र के शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र कुमार दास ने बताया कि भागवत पुराण के अनुसार एक बार सूर्यग्रहण के अवसर पर श्रीकृष्ण, बलराम और द्वारका से प्रजाजनों के साथ कुरुक्षेत्र आए थे। इस अवसर पर भारत के मत्स्य, उशीनर, कौशल, विदर्भ, शृंजय, कम्बोज, कैकेय, कुन्ती, अनर्त आदि भारत के अनेक राज्यों के शासक भी आए थे। इसी अवसर पर ब्रज से नन्द और यशोदा भी अन्य गोप-गोपियों संग कुरूक्षेत्र आए थे।
दो टेलीस्कोप केन्द्र के विज्ञान उद्यान में लगाए
उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा सूर्य, चन्द्रमा एवं पृथ्वी की इस स्थिति को नजदीक से देखने हेतु एक सेलेस्ट्रोन के दो टेलीस्कोप केन्द्र के विज्ञान उद्यान में लगाए गए। इसी कड़ी में केन्द्र द्वारा प्रचुर संख्या में सूर्य ग्रहण के अवलोकन हेतु विशेष चश्मों का प्रबंध भी किया गया। श्री दास ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा केन्द्र में पधारे दर्शकों को सूर्य ग्रहण के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई तथा इससे संबंधित वैज्ञानिक तथ्यों की जानकारी दी गई। श्री दास ने बताया सूर्य-ग्रहण के अवलोकन हेतु सभी प्रबंध दर्शकों के लिए निशुल्क दिखाए गए, इसके लिए किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया गया और केन्द्र द्वारा किसी भी दर्शक को नंगी आंख से सूर्य ग्रहण ना देखने की सलाह दी गई।
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