Panchayati Raj Council 3rd Meeting: बीजेपी कार्यकर्ता 5 साल में ऐसे काम करें जिन्हें जनता याद रखे : मोदी

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Panchayati Raj Council 3rd Meeting
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Aaj Samaj (आज समाज), Panchayati Raj Council 3rd Meeting, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फिर क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद की बैठक को संबोधित किया। दमन एंड दीव में यह बैठक आयोजित की गई।  पिछले 15 दिन में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद की यह तीसरी मीटिंग है। पीएम आज की बैठक में भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। कार्यक्रम में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा और दमन और दीव से बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए।

अपने काम को जनांदोलन बनाना चाहिए

प्रधानमंत्री ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा, हमारा इरादा यह है कि हम पांच साल में जो काम करें उसे जनता याद रखे। हमें ऐसे काम करने होंगे जिन्हें देश के लोग याद रखें। किसी भी तरह के जनकल्याण का काम करते समय हमें यह देखना होगा कि उसे लोग कैसे याद रखें। प्रधानमंत्री ने बीजेपी वर्कर्स से कहा, हमें उस हिसाब से काम करना चाहिए जिससे वो सभी का एक हिस्सा बन जाए। जो भी हम काम करें उसे जनांदोलन बना देना चाहिए। स्कूल में जो पेरेंट्स टीचर मीटिंग होते हैं उसे कभी बंद नहीं करना चाहिए।

जिम्मेदारी के अनुसार अपनी योग्यता व कौशल बढ़ाते जाएं

पीएम ने कहा, हम संगठन के साथ-साथ संस्कारों में विश्वास करते हैं। हम समर्पण में विश्वास करते हैं और सामूहिकता के मूल्यों के साथ सामूहिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ते हैं। हमें जो भी जिम्मेदारी मिले उसके लिए निरंतर हम अपनी योग्यता और अपना कौशल बढ़ाते जाएं।

एक दूसरे से सीखें व व्हाट्सएप ग्रुप पर संपर्क में रहें

पीएम ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि जिम्मेदारी निभाते समय हमें अपनी क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ एक दूसरे से सीखना चाहिए। व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए एक-दूसरे के जुड़ें और संपर्क में रहें। आपके क्षेत्र में क्या कुछ नया हो रहा है इसकी जानकारी एक-दूसरे से शेयर करें।

अपना अनुभव भी साझा किया

मोदी मीटिंग के दौरान अपना अनुभव भी साझा किया। उन्होंने कहा, जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मैंने कार्यशैली बनाई थी। इसका मुझे बड़ा फायदा होता था। मैं हर साल एक विषय तय करता था। जैसे मैंने गर्ल चाइल्ड एजुकेशन का विषय चुना तो पुलिस विभाग, होमगार्ड और डॉक्टर सभी को अपने काम के अतिरिक्त कुछ समय इस पर भी काम करना होता था। जब पूरी शक्ति लगती थी तो बहुत बड़ी सफलता मिलती थी।

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