आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़ (Panchaayat Election Result) : हरियाणा राज्य निवार्चन आयुक्त धनपत सिंह (Haryana State Election Commissioner) ने बताया कि प्रदेश में सभी 143 पंचायत समितियों और 22 जिला परिषदों के सभी सदस्यों के चुनाव के लिए मतगणना 27 नवंबर, 2022 को प्रातः 8 बजे होगी। इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं।
धनपत सिंह ने बताया कि पलवल जिला में मतगणना की निगरानी से संबंधित सुरक्षा इंतजामों के लिए फरीदाबाद के मण्डल आयुक्त विकास यादव, आईएएस को पलवल जिला में तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले नूहं जिला के उपायुक्त अजय कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
चूंकि अजय कुमार के पास नूहं जिले के साथ-साथ पलवल जिले के उपायुक्त का भी अतिरिक्त प्रभार है और 27 नवंबर 2022 को पलवल और नूहं दोनों जिलों में ही मतगणना एक साथ होगी। इसलिए अब अजय कुमार नूहं जिले में ही तैनात रहेंगे और पलवल जिले की मतगणना की निगरानी के उद्देश्य से फरीदाबाद के मण्डल आयुक्त श्री विकास यादव को दो दिनों 26 व 27 नवंबर, 2022 के लिए पलवल में तैनात रहने के लिए आदेश दे दिए गए हैं।
धनपत सिंह ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में पंचायत समिति सदस्यों एवं जिला परिषद सदस्यों की मतगणना की पर्यवेक्षण हेतु आईपीएस अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, साउथ जोन, रेवाड़ी डॉ एम रवि किरण को चुनाव पर्यवेक्षक (पुलिस) नियुक्त किया गया है। इससे पूर्व, आईपीएस अधिकारी डॉ. राजश्री सिंह को चुनाव पर्यवेक्षक (पुलिस) नियुक्त किया गया था, लेकिन उनके पारिवारिक कारणों को ध्यान में रखते हुए अब उनके स्थान पर डॉ एम रवि किरण को नियुक्त किया गया है।
मुख्य निवार्चन आयुक्त ने बताया कि जिला जींद में पंचायत समिति सदस्यों एवं जिला परिषद सदस्यों की मतगणना की पर्यवेक्षण हेतु आईपीएस अधिकारी, ममता, पुलिस महानिरीक्षक, रोहतक और हिसार जोन को चुनाव पर्यवेक्षक (पुलिस) नियुक्त किया गया है। इससे पूर्व, आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार मीणा को चुनाव पर्यवेक्षक (पुलिस) नियुक्त किया गया था, लेकिन उनके अपरिहार्य कारणों की वजह से अब उनके स्थान पर श्रीमती ममता को नियुक्त किया गया है।
मुख्य निवार्चन आयुक्त ने बताया कि दोनों चुनाव पर्यवेक्षक (पुलिस) संबंधित जिला में तुरंत प्रभाव से रिपोर्ट करें और अधिक से अधिक मतगणना केंद्रों पर जाकर निर्विघ्न मतगणना के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए गए सुरक्षा इंतजामों का जायजा लें। जिले के अन्य सभी रिटर्निंग अधिकारियों/सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित करें कि किसी मतगणना केन्द्र पर कोई समस्या न आए। वे जिले में पंचायत समिति एवं जिला परिषद के सभी सदस्यों की मतगणना एवं परिणाम घोषित होने के बाद ही जिला छोड़ेंगे।
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