(Palwal News) पलवल। प्रदेश में 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों की विशेष देखभाल के लिए प्राणवायु देवता पेंशन स्कीम के तहत 2500 रुपये प्रति वर्ष प्रति पेड़ पेंशन का प्रावधान है। यह योजना पुराने पेड़ों की अच्छे से देखभाल के लिए काफी किफायती साबित हो रही है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने एक पेड़ मां के नाम से भी योजना लागू करने का निर्णय लिया है, ताकि पौधे लगाकर मां को सम्मान दिया जा सके।
प्राणवायु देवता पेंशन स्कीम के तहत प्रति पेड़ पेंशन का प्रावधान : उपायुक्त नेहा सिंह
इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त नेहा सिंह ने बताया कि प्रदेश को हरा-भरा करने के लिए हर गांव पेड़ों की छांव, हर घर हरियाली तथा पौधागिरी जैसी योजनाएं राज्य सरकार द्वारा सफलतापूर्वक चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने व ऑक्सीजन की पूर्ति करने के लिए पेड़ महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए हमें अपने जीवन में अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए। अभी मानसून सीजन आने वाला है।
प्रदेश को हरा-भरा करने में वन मित्र होंगे कारगर साबित
इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में अधिक से अधिक लोगों को पेड़ लगाने के लिए वन विभाग की ओर से जागरूक किया जाएगा। पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी देखरेख करना भी जरूरी है। पौधारोपण के अभियान को सिरे चढ़ाने में वन मित्र कारगर साबित होंगे। इससे प्रदेश भी हरा-भरा होगा। प्रदेश में 27 हजार लोगों ने अभी तक वन मित्रों के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है। उन्होंने बताया कि नर्सरी से पौधों के मुफ्त वितरण के लिए ई-पौधशाला मोबाइल एप शुरू किया गया है, ताकि लोगों को पौधारोपण में सहूलियत मिल सके।