पूर्व प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह एक महान अर्थशास्त्री और भारत माता के एक यशस्वी पुत्र थे-शांता कुमार
Palampur News : आज समाज-पालमपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। वह भारत के एक महान अर्थशास्त्री और भारत माता के एक यशस्वी पुत्र थे। उन्होंने भारत की आर्थिक नितियों को नये वातावरण में एक समान में ढालने का बहुत बड़ा काम किया। भारत में जो आर्थिक सुधार हुए, उन आर्थिक सुधारों के कारण भारत की अर्थ व्यवस्था टीक हुई और दुनियां के 190 देशों में आज हम दुनिया के सबसे अमीर-पांच देशों में है। इसमें आदरणीय डा0 मनमोहन सिह जी का बहुत बड़ा योगदान था।
डॉ0 मनमोहन सिंह जी के होते हुए कम्पनी एक्ट में एक बहुत बड़ा लाभदायक संशोधन हुआ
उन्होने कहा कि स्व0 डॉ0 मनमोहन सिंह जी के होते हुए कम्पनी एक्ट में एक बहुत बड़ा लाभदायक संशोधन हुआ। संशोधन यह हुआ कि भारत की जितनी सरकारी/अर्ध सरकारी कम्पनियां है उनका टोटल टर्न ओवर पांच करोड़ से ज्यादा है वे सब कम्पनियां अपने लाभ का 2 प्रतिशत कार्पोरेट सोशल रिश्पोंसिब्लटी अर्थात समाज सेवा में लगायेगी। उस समय मैं सांसद था, एक स्टेडिंग कमेटी का अध्यक्ष बना, जो इस विषय पर विचार करती थी, तो मैं बड़ा हैरान हुआ कि सरकार की 100 के लगभग सरकारी कम्पनियां थी और उन्हीं का लगभग 8-10 हजार करोड रूपये 2 प्रतिशत लाभ के रूप में आता था। सारा पैसा समाज सेवा में लगाने में शुरू किया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री के रूप में जब मैंने पन बिजली योजनाओं में निजि क्षेत्र को लाने की बात शुरू की थी तो स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी के परामर्श पर मैं उस समय के वित्त मंत्री डा0 मनमोहन सिंह जी को मिला था तो उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए इस प्रस्तावना को स्वीकृत करवाने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
सरकार की ऐसी 100 कम्पनियां जैसी हजारों प्राईवेट कम्पनियां हैं और यदि यह उन पर भी लागू किया जाए तो लाखों करोड़ो रू0 समाज सेवा के लिए धन मिलेगा
उन्होंने कहा कि मुझे याद कि मैने प्रधानमंत्री जी से आग्रह किया कि सरकार की ऐसी 100 कम्पनियां जैसी हजारों प्राईवेट कम्पनियां हैं और यदि यह उन पर भी लागू किया जाए तो लाखों करोड़ो रू0 समाज सेवा के लिए धन मिलेगा। इस प्रकार कम्पनी एकट में एक संशोधन किया गया और सभी कम्पनियों पर यह लागू किया। समाज के लिए डा0 मनमोहन सिंह जी की यह एक बहुत बड़ी देनहै। विवेकानन्द संस्थान के लिए हमने सी.एस.आर. से 20 से 25 करोड़ रू0 का योगदान लिया।
डा0 मनमोहन सिंह जी चुप रहते थे, काम बहुत करते थे
उन्होने कहा कि डा0 मनमोहन सिंह जी चुप रहते थे, काम बहुत करते थे। आर्थिक विषयों पर उनकी बहुत विशेषज्ञता थी। उनके निधन के कारण हम सब बहत दुःखी है उन्होंने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि भगवान उनको चरणों में स्थान दे।