पालमपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने हिमाचल प्रदेष के मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू को एक पत्र लिख कर कहा कि वे उन्हें यह पत्र एक कांग्रेस नेता के रूप में नहीं अपितु हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में लिख रहे है। उन्होंने याद दिलवाया कि मुख्यमंत्री बनते समय उन्होंने कर्तव्य निष्ठा और सविंधान की सौगन्ध खाई हुई है।
उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज के सम्बंध में मुख्यमंत्री और सरकार चुप है। सोशल मीडिया तथा अन्य सूत्रों के समाचारों से यहीं तथ्य सामने आ रहा है कि पुलिस अधीक्षक एक योग्य और ईमानदार अधिकारी है। उन्होंने किसी नेता के परिवार के गैर कानूनी काम पर सख्त कार्यवाही की है इसीलिए उसे सरकार द्वारा छुट्टी पर भेजा गया। सरकार की ओर से इस सम्बंध में कोई स्पष्टीकरण न देने के कारण इन सब बातों पर विश्वास करना स्वाभाविक हो गया है।
उन्होने कहा कि एक साधारण परिवार की योग्य और परिश्रमी इस बेटी ने अपनी योग्यता के कारण विदेशों में औक्सफोर्ड जैसे संस्थान में शिक्षा प्राप्त की। भारत में आई.पी.एस. की कठिन परीक्षा पास करके बद्दी पुलिस जिला की पुलिस अधीक्षक के रूप में ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन किया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई जगह रेत, बजरी और खनन माफिया बहुत प्रभावशाली हो रहा है। इस मामले में भी ऐसे समाचार आ रहे है कि किसी माफिया के दबाव में यह सब कुछ हो रहा है।
उन्होने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इल्मा अफरोज को ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा की सजा न दें – इससे हिमाचल प्रदेश की पूरे देश में बदनामी हो जाएगी।