नई दिल्ली/चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार पाकिस्तान से आतंकवाद की किसी भी चुनौती का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है, परंतु इस मुद्दे को श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व समागमों के पवित्र मौकों के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। यहां पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों मुद्दों को आपस में नहीं जोड़ा जा सकता। हाल ही में बरामद हुए दो ड्रोन के द्वारा पकिस्तान से पंजाब में हथियारों की खेप भेजने की रिपोर्टों की रोशनी में सरहद पर तनावपूर्ण माहौल संबंधी पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा की इसका 550 साला प्रकाश पर्व के मौके पर करतारपुर गलियारे के खुलने के साथ कोई संबंध नहीं। यह पूछे जाने पर की प्रधानमंत्री के साथ मीटिंग के दौरान इस मसले संबंधी विचार-विमर्श हुआ तो मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रधानमंत्री को सिर्फ श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व समागमों का न्योता देने के लिए मिले थे। एक और सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में ड्रोन की घुसपैठ का पता लगने के मद्देनजर उन्होंने भारतीय वायु सेना और बीएसएफ को सरहद पर चौकसी बढ़ाने के लिए कहा है।