जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह हर बार अपनी नाकाम कोशिश कर रहा है कि इस मुद्दे को अतंरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया जाए। कोलंबो में यूनिसेफ द्वारा आयोजित बच्चों के अधिकार पर दक्षिण एशियाई सांसदों की कॉन्फ्रेंस में भी पाक ने यह मुद्दा उठाने की नाकाम कोशिश की। बाद में यूनीसेफ के सदस्यों और अन्य देशों के सदस्यों ने पाकिस्तान के लोगों को चुप रहने को कहा। दरअसल जब पाकिस्तान के सदस्यों ने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश की तब कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने उनका मुंहतोड़ जवाब दिया। जैसे ही पाक प्रतिनिधि ने इस मुद्दे का जिक्र किया, गोगोई और जायसवाल ने उन्हें रोक दिया और जम्मू-कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताया। दोनों भारतीय सांसदों ने पाकिस्तान में मानवाधिकार हनन और अल्पसंख्यकों से हो रही ज्यादती तथा ईश निंदा कानून के दुरुपयोग पर भी जवाब मांगा। इस घटना का पौने दो मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया है। सम्मेलन में
सम्मेलन में पाक ने यूनिसेफ से हस्तक्षेप की मांग की तो, जायसवाल ने कहा कि बात पाक के कब्जे वाले कश्मीर के हालात पर होनी चाहिए। वहीं, गोगोई ने कहा कि बच्चों के अधिकारों के लिए आयोजित सम्मेलन में ऐसा व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है।