दिल में छेद की बीमारी से पीड़ित थे बच्चे
Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद से एक पाकिस्तानी परिवार को वापस उनके मुल्क भेज दिया गया है। पाकिस्तानी परिवार अपने दो बच्चों का इलाज कराने के लिए भारत आया था। दोनों बच्चों के दिल में छेद था। पहलगाम आतंकी हमले से पहले वो यहां पर पहुंचे थे, लेकिन हमले के बाद गृह मंत्रालय ने पाकिस्तानी नागरिकों के देश छोड़ने के आदेश जारी कर दिए।

जिसके बाद परिवार को बिना आप्रेशन कराए ही पाकिस्तान वापस लौटना पड़ा। पुलिस ने दोनों बच्चों और माता-पिता यानी चार लोगों वापस भेजा गया है। आपको बता दें कि हरियाणा की भाजपा सरकार का पाकिस्तानियों को राज्य छोड़ने का 48 घंटे का टाइम रविवार शाम 6 बजे खत्म हो गया। इसके बाद जो पाकिस्तानी प्रदेश में रुके हुए हैं, उन्हें आज से बाहर निकाला जाएगा। इसके पुलिस और सीआईडी की जॉइंट टीमें रेड करेंगी।

बिना आॅपरेशन के लौटना पड़ा

अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सरकार ने मेडिकल वीजा वाले पाकिस्तानी नागरिकों के वापस अपने देश लौट जाने की अंतिम तारीख 29 अप्रैल तय की है। ऐसे में अगर बच्चों की हार्ट सर्जरी की जाती तो उनको कुछ और दिन तक फरीदाबाद में ही रूकना पड़ता। सरकार के आदेश के चलते बिना आॅपरेशन किए ही उनको वापस पाकिस्तान भेज दिया गया।

गुरुग्राम में बेटी और दामाद से मिलने आई पाकिस्तानी महिला को लौटाया

गुरुग्राम में बेटी और दामाद से मिलने आई 85 साल की महिला नवाज नसीम को पुलिस ने पाकिस्तान भेज दिया। उसे पहले दिल्ली, फिर वहां से अमृतसर के अटारी बॉर्डर के रास्ते लाहौर भेजा गया। महिला के पास 24 मई तक का शॉर्ट टर्म वीजा था। वह 15 दिन पहले गुरुग्राम आई थी। उसकी बेटी शाहिदा का निकाह 15 साल पहले तमिलनाडु के युवक से हुआ था। महिला का दामाद होटल कारोबार से जुड़ा है। दोनों डीएलएफ फेस वन में रहते हैं।

हिसार से 15 पाकिस्तानियों को दिल्ली कैंप में भेजा

हिसार में 2 दिन पहले बालसमंद में रह रहे पाकिस्तानी हिंदू परिवार को पुलिस ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी कैंप में भेज दिया। परिवार पिछले 7 महीने से यहां रह रहा था। इस परिवार में कुल 15 सदस्य हैं। जिसमें 3 लड़कियां, 8 बच्चे, 3 महिलाएं और एक बुजुर्ग शामिल हैं। ये सभी पाकिस्तान के सिंध हैदराबाद से आए थे। परिवार एक अक्टूबर 2024 को वीजा समाप्त होने के बाद भी यहीं रह रहा था।

महेंद्रगढ़ में 14 बांग्लादेशी पकड़े

महेंद्रगढ़ में पाकिस्तानियों की जांच के दौरान पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 3 बांग्लादेशी परिवारों के 14 लोग को गिरफ्तार किया। इनके आधार कार्ड नकली मिले हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक इंटेलिजेंस इनपुट पर रविवार को गांव आकोदा के पूजा ईंट-भट्ठे पर छापा मारा गया। यहां 14 बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से मजदूरी करते मिले। इनमें 3 पुरुष, 4 महिलाएं व 7 बच्चे शामिल हैं। एक परिवार 2008 में और दो परिवार 2021 में भारत आए थे। ये लोग पिछले तीन साल से इसी भट्ठे पर काम कर रहे थे।

पानीपत में पिता को नागरिकता मिली, बेटा-बेटी व पत्नी पर पाकिस्तान वापसी का संकट

पानीपत के चढाऊ मोहल्ला में भी 3 मेंबरों का पाकिस्तानी परिवार रह रहा है। 2001 में नंदलाल पत्नी-बेटे के साथ भारत आए थे। वे पंजाब प्रांत के डेरागाजी खान में रहते थे। यहां आकर उनको एक बेटी भी हुई। नंदलाल का कहना है कि उन्होंने भारत आते ही भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर दिया था। 2009 में परिवार के 5 और 2017 में मेरे समेत 4 सदस्यों को नागरिकता मिल गई, लेकिन पत्नी, बेटी व बेटे को अभी तक नहीं मिल सकी है। इनको आज पानीपत में अधिकारियों ने बुलाया है। जिसमें पाकिस्तान वापसी को लेकर फैसला किया जाएगा।

ये वीजा वाले नहीं जाएगे वापस

सीएम ने कहा कि समय सीमा लंबी अवधि के वीजा, राजनयिक वीजा अथवा आधिकारिक वीजा रखने वाले पाकिस्तानी नागरिकों पर पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसके अलावा मेडिकल वीजा, सहित दूसरे वीजा लेकर रह रहने पाकिस्तान के नागरिकों को हरियाणा से बाहर किया जाएगा।

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