
- 28 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए
Jaffar Express Hijack Updates, (आज समाज), इस्लामाबाद: पाकिस्तान में हाईजैक की गई ट्रेन से सुरक्षित बचे सभी बंधकों को छुड़ा लिया गया है। पड़ोसी मुल्क की सेना ने बुधवार रात को 30 घंटे बाद मामला खत्म होने का दावा किया। सुरक्षा बलों ने 33 विद्रोहियों को मार गिराया। मीडिया रिपोर्टों में पाक सेना के हवाले से बताया गया कि ट्रेन में यात्रा कर रहे 27 आफ ड्यूटी सैनिक भी मारे गए और एक सैनिक बचाव अभियान के दौरान मारा गया। बताया जा रहा है कि 20 से ज्यादा नागरिक भी मारे गए हैं।
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बीएलए ने 11 मार्च को किया था अपहरण
विद्रोही समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने क्वेटा से 160 किलोमीटर दूर एक सुरंग में गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाके के पास जाफर एक्सप्रेस का 11 मार्च को उस समय अपहरण कर लिया था जब गाड़ी क्वेटा से पेशावर जा रही थी। उस समय ट्रेन के नौ डिब्बों में 440 यात्री सवार थे।
पहले ब्लास्ट करके ट्रेन को पटरी से उतारा
बीएलए के विद्रोहियों ने विस्फोटकों का उपयोग करके पहले ट्रेन को पटरी से उतार दिया और फिर इसे हाईजैक कर लिया। खुफिया रिपोर्टों में स्पष्ट रूप से पुष्टि की गई है कि हमले की साजिश अफगानिस्तान से संचालित आतंकी सरगनाओं द्वारा रची गई थी। पूरी घटना के दौरान सरगना आतंकियों के साथ सीधे संपर्क में थे। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि अंतरिम अफगान सरकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाएगी और पाकिस्तान के खिलाफ आतंकी गतिविधियों रोकने के लिए कदम उठाएगी।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने दिया था 48 घंटे का समय
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा पर स्थित बलूचिस्तान में सक्रिय सबसे मजबूत विद्रोही समूह बीएलए ने सेना की घोषणा से पहले बुधवार शाम को कहा कि उसने 50 यात्रियों को मार दिया है। इसने मंगलवार को कहा था कि उसके पास 214 लोग हैं, जिनमें से ज्यादातर सुरक्षाकर्मी हैं। विद्रोही समूह ने शर्त रखी थी कि अगर अधिकारी बलूच राजनीतिक कैदियों, कार्यकर्ताओं और लापता लोगों की रिहाई के लिए 48 घंटे की समय सीमा पूरी नहीं करते हैं, तो वे बंधकों को मारना शुरू कर देंगे। उनका कहना है कि उन्हें सेना ने अगवा कर लिया है।
बंधकों ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे विद्रोही
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को अभियान पूरा करने में समय लगा, क्योंकि विद्रोही बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। बचाव अभियान समय-समय पर जारी रहा और शाम को अंतिम निकासी अभियान में, सभी शेष बंधकों को सुरक्षित कर लिया गया।
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