पाकिस्तान भारत को लगातार वैश्विक मंचों पर जम्मू-कश्मीर को लेकर घेरने का असफल प्रयास करता रहता है। जेनेवा में आयोजित मानवाधिकार परिषद के 43वें सत्र मेंभी ऐसा ही एक असफल प्रयास किया जिसका माकूल जवाब विदेश मंत्रालय के फर्स्ट सेक्रेटरी वी. आर्यन ने बड़ी मजबूती से दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ टॉर्चर और व्यस्थित उत्पीड़न का हम सभी गवाह रहे हैं। पाकिस्तान में वैश्विक आतंकवाद का केंद्रहै। पाकिस्तान में सबसे ज्यादा मानवाधिकार उल्लंघन होता है। अल्पसंख्यकों पर हमले होते हैं। पाकिस्तान में सिंध और पंजाब प्रांत में एक हिन्दू दाह संस्कार के दौरान और ईसाई के गिरिजाघर पर हमले पाकिस्तान में विभिन्न अल्पसंख्यकों के खिलाफ खौफनाक साजिश को बयां कर रहे हैं। राइट टू रिप्लाई के तहते वी. आर्यन ने जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान खुद वैश्विक आतंकवाद का केन्द्र बिंदु है। उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तान के प्रतिनिधिंडल से यह कहना चाहता हूं कि खुद को मानवाधिकार का प्रमोटर बताने से पहले वे विएना डिक्लरेशन एंड प्रोग्राम आॅफ एक्शन आॅन टेररिज्म के पैरा-1 को ठीक तरह से समझ लें।