पटियााला।पाकिस्तान द्वारा अयोध्या में नवनिर्मित होने वाले श्री राम जन्मभूमि मंदिर के बारे में विवाद पूर्ण टिप्पणी करने को शिव सेना हिंदुस्तान दुर्भाग्यपूर्ण मानता हैं क्योंकि हिंदुस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में निर्णय दिया है और सनातन हिंदू धर्म को मानने वाले हिंदुओं ने बड़े धैर्य के साथ इस मामले में काम लेते हुए कानूनी ढंग से यह विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाया है परंतु पाकिस्तान जिसका इस मामले में कुछ लेना देना नहीं, वह नहीं चाहता कि यह मामला शांतिपूर्ण ढंग से निपट जाए। शिव सेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता ने बताया कि इसलिए पाकिस्तान सरकार इस संवेदनशील मामले को जो हिंदुओं की धार्मिक आस्था का जुड़ा हुआ मामला है उस पर कोई ना कोई शरारत पूर्ण कार्रवाई करके यह मामला भड़काना चाहते हैं। जिससे पाकिस्तान के नापाक इरादे कामयाब हो सकें। पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि उसमें अपने देश को संभालने की ताकत है नहीं, वह भारत के मामले में अपनी टांग अड़ाना चाहता हैं जबकि इसका मजा वह बांग्लादेश के रूप में ले चुका है। अब अगर पाकिस्तान बाज नहीं आया तो पाकिस्तान के जल्दी ही और दो टुकड़े हो जाएंगे। पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि वह कुछ गद्दार ताकतों को शह देकर हिंदुस्तान का कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। हिंदुस्तान का हिंदू समाज अपने धार्मिक स्थान पर पूरे कानून और संविधान के ढंग से निर्माण करवा रहा है। पाकिस्तान के मुंह पर हिंदुस्तान के मुस्लिम पक्ष कार ने जोरदार तमाचा मारते हुए साफ-साफ कहां हैं कि वह हमारे देश के आंतरिक मामलों में दखल नहीं दे। अगर दखल देना बंद नहीं किया तो हम लाहौर में भी एक भगवान श्री राम जी के मंदिर का भव्य निर्माण कर सकते हैं। शिव सेना हिंदुस्तान उस मुस्लिम पक्षकार के देश भक्ति के तारीफ करते हैं और यह साफ करना चाहते हैं कि भविष्य में भगवान राम के महान मंदिर का निर्माण लाहौर में भी अवश्य होगा। अब पाकिस्तान को चीन जैसे दूसरों देशों के टुकड़ों पर अपना अस्तित्व बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए। श्री राम जन्मभूमि पर टिप्पणी करने की औकात पाकिस्तान की नहीं है।