पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पाक पीएम ने एक बार फिर भारत के लिए जहर उगला। पाकिस्तान आज अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर पाक पीएम पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में मौजूद रहे। इस मौके पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाबत भारत सरकार की आलोचना की। पाक पीएम की बातों में भारत से डर साफ नजर आ रहा था। अपने संबोधन में इमरान खान ने आशंका जाहिर की भारत केवल जम्मू-कश्मीर तक नहीं रुकने वाला है। वह पीओके में भी कार्रवाई कर सकता है। खान ने कहा कि हमारी सेना तैयार है और अगर कुछ भी होता है तो हम उसका बराबर जवाब देंगे।
पीओके में विधानसभा पहुंचे इमरान खान ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने कश्मीर के मसले पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के सच को दुनिया के सामने रखा है। हमारे देश के लोग कश्मीर की आजादी के लिए लड़ने के लिए तैयार हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ये लोग पीओके में भी आ सकते है। यहां इमरान खान ने भारत में मुसलमानों पर मॉब लिंचिंग (भीड़ हिंसा) का मुद्दा भी उठाया। खान ने कहा कि मुस्लिम समुदाय डर में जी रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए खान ने कहा कि कश्मीर में हो रही वर्तमान कार्रवाईयां घाटी में रह रही मुस्लिम आबादी के लिए चेतावनी हैं। खान ने कश्मीर के मुद्दे पर विश्व समुदाय की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए बुधवार को कहा कि वह कश्मीर की आवाज बनेंगे और मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सहित हर वैश्विक मंच पर उठाएंगे। इमरान खान बुधवार को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुजफ्फराबाद में विधानसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां अदेशा जाहिर किया कि अगर भारत पाक के बीच कोई युद्ध होता है तो इसके लिए विश्व समुदाय जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा, ह्यकश्मीर और पाकिस्तान पर विश्व की नजर है। मैं कश्मीर की आवाज को हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने वाला दूत बनूंगा। खान ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाने के भारत सरकार के कदम को ह्यरणनीतिक गलती करार दिया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह अंतिम कार्ड खेलकर एक रणनीतिक गलती की है। मोदी और भाजपा को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी क्योंकि उन्होंने कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर दिया है। खान ने कहा, ह्यभारत ने कर्फ्यू के दौरान जो कुछ किया, हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहेंगे कि उसके लिए आप जिम्मेदार हो। जो भी मंच होगा, वहां मैं दूत बनूंगा और कश्मीर मुद्दे को हर मंच पर उठाऊंगा।