आज समाज डिजिटल, Pakistan FM Bilawal Bhutto Confession : पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने यह कबूल किया है कि इस्लामाबाद कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र (UN) के एजेंडे के केंद्र में लाने में पाकिस्तान असमर्थ रहा है और भारत की कूटनीति उसके प्रयासों को विफल करने में सक्षम है। (Pakistan Kashmir Agenda)
बिलावल भुट्टो जरदारी ने महिलाओं, शांति और सुरक्षा पर सुरक्षा परिषद की बहस में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए करारा जवाब दिया था। वहीं अब उन्होंने यह बात कबूल करते हुए कहा कि पाकिस्तान इस्लामाबाद कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र (UN) के एजेंडे के केंद्र में लाने में असमर्थ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने महिलाओं, शांति और सुरक्षा पर सुरक्षा परिषद की बहस में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए करारा जवाब दिया था। बिलावल भुट्टो ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संयुक्त राष्ट्र (UN) में कश्मीर को एजेंडे के केंद्र में लाने के लिए हमें कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।भुट्टो ने कहा कि नई दिल्ली ने कश्मीर को बंद कर एक अलग तरह के आभासी माहौल को आगे बढ़ाया है।
बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में लगभग अकेला खड़ा रहा है और हमने महिलाओं की स्थिति के बारे में हो या रूस के आक्रमण के बारे में हर बार कश्मीर का मुद्दा उठाया है। (Pakistan In UN)
भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान के अलावा, पिछले साल की उच्च स्तरीय महासभा की बैठक में कश्मीर का उल्लेख करने वाले 193 सदस्यीय देशों में तुर्की एकमात्र अन्य देश था, लेकिन वहां भी राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भारत की कोई भी आलोचना के बिना कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कश्मीर का मुद्दा 75 सालों बाद भी बना हुआ है। इस दौरान उन्होंने स्थायी समाधान की उम्मीद जताई।
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