Aaj Samaj (आज समाज), Pakistan China Conspiracy, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सेना के वाहनों पर गुरुवार को हुए आतंकी हमले की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जांच कर रही है और जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान और चीन की जम्मू संभाग के पुंछ और राजौरी जिले में आतंकी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने की साजिश है, ताकि भारतीय सेना पर लद्दाख सेक्टर से सैनिकों को हटाने और राजौरी व पुंछ क्षेत्र में बलों को फिर से तैनात करने के लिए दबाव बनाया जा सके।
- राजौरी-पुंछ सेक्टर में 25 से 30 एक्टिव
आतंकियों को अब राजौरी-पुंछ क्षेत्र में भेज रहा पाकिस्तान
बता दें कि भारत ने 2020 में चीन के साथ बिगड़े हालातों के बीच राष्ट्रीय राइफल्स की यूनिटों को पुंछ सेक्टर से हटाकर लद्दाख में स्थानांतरित कर दिया था। जब से सेना लद्दाख आपरेशन के लिए रवाना हुई है, पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों के खिलाफ हमले करने के लिए पाकिस्तान से अपने आतंकियों को राजौरी-पुंछ क्षेत्र में भेजना शुरू कर दिया है, ताकि भारत को क्षेत्र में अपने सैनिकों को फिर से तैनात करने के लिए मजबूर किया जा सके।
3 लोगोें के शव मिले, हमले के बाद सेना ने 8 लोगोें से की थी पूछताछ
सैन्य सूत्रों के अनुसार राजौरी-पुंछ सेक्टर में 25 से 30 पाकिस्तानी आतंकियों के सक्रिय होने का संदेह है। माना जा रहा है कि इस सेक्टर में फैले घने जंगल और प्राकृतिक गुफाओं को आतंकी अपना ठिकाना बना रहे हैं। आतंकियों ने पुंछ जिले में राजौरी-थन्नामंडी-सुरनकोट रोड पर जिस इलाके में सेना के काफिले को गुरुवार को निशाना बनाया था, वहां करीब दो माह पहले उन्होंने रेकी की थी। शनिवार को आतंकियों के सर्च आपरेशन के चलते राजौरी और पुंछ जिले में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई। इस बीच अधिकारियों ने बताया कि सेना ने शुक्रवार को तीन लोगों के शव बरामद किए हैं। मृतक उन आठ लोगों में शामिल थे, जिनसे गुरुवार को हुए हमले के सिलसिले में पूछताछ हुई थी।
सेना पर फायरिंग में स्टील बुलेट का इस्तेमाल
पुंछ हमले की प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि आतंकियों ने ग्रेनेड हमले के बाद फायरिंग में स्टील बुलेट का इस्तेमाल किया है, जिससे गाड़ियों में छेद तक हो गए हैं। इस बीच हमला करने वाले आतंकियों की तलाश में ड्रोन लगाए गए हैं। खोजी कुत्तों से भी इलाके में छानबीन की जा रही है। एनआईए ने शुक्रवार को 20 से अधिक संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया था।
घरों की जगह जंगलों में पनाह ले रहे आतंकी
राजौरी-पुंछ में नापाक हरकतों को अंजाम देने वाले आतंकियों ने पाकिस्तान में बैठे आकाओं के निर्देश पर अब रणनीति में बदल ली है और अब दहशतगर्द घरों की जगह जंगलों में शरण लेकर अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देकर फिर जंगलों में जाकर छिप जाते हैं। सूत्रों के अनुसार नियंत्रण रेखा के उस पार आईएसआई और पाकिस्तानी रेंजर्स आतंकियों को अधिक से अधिक समय तक जंगलों में गुजारने का विशेष प्रशिक्षण देकर इस पार भेजते हैं। उसी का नतीजा है कि पुंछ और राजौरी जिले में बीते कुछ समय से जितनी भी आतंकी घटनाएं हो रही हैं, उनका केंद्र जंगली क्षेत्र ही रहा है।
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