Panic In Pakistani Leadership, (आज समाज), नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान को भारत की ओर से सैन्य र्कावाई का लगातार डर सता रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान के नेता एक ओर जहां बौखलाहट में कई तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वहां की जल, थल व वायु सेना की गतिविधियों को देखकर ऐसा लगता है जैसे उन्होंने भारत के हमले से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। आतंकियों ने पहलगाम में 22 अप्रैल 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी।

वायु सेना : उड़ान संचालन में 50% से अधिक की कमी

पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान के सूत्रों ने आज बताया कि पाकिस्तानी नौसेना के जहाज (फ्रिगेट और पनडुब्बियां) किसी भी संभावित भारतीय गतिविधि से निपटने में सक्षम होने के मकसद से समुद्र में अपने-अपने बंदरगाहों में पहले से ही तैनात हैं। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान वायु सेना ने उड़ान संचालन में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी की है। हवाई क्षेत्र में भ्रम से बचने के लिए केवल आवश्यक संचालन ही किया जा रहा है।

भारत के खिलाफ आरोप भी लगा चुका है पाकिस्तान

वैश्विक दबाव का सामना करते हुए घबराया पाकिस्तान नेतृत्व इससे पहले पहलगाम हमले के बाद भारत के खिलाफ आरोप भी लगा चुका है। संघीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार ने दावा किया था कि पाकिस्तान के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत पहलगाम घटना में शामिल होने के निराधार और मनगढ़ंत आरोपों के बहाने अगले 24-36 घंटों में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने की योजना बना रहा है।

पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है : तरार

अताउल्लाह तरार ने कहा कि क्षेत्र में न्यायाधीश, जूरी और जल्लाद की भारतीय आत्म-कल्पित भूमिका लापरवाह है और इसे पूरी तरह से खारिज किया जाता है। पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है और इस संकट के दर्द को सही मायने में समझता है। उन्होंने कहा, हमने दुनिया में कहीं भी इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की हमेशा निंदा की है। एक जिम्मेदार देश होने के नाते, पाकिस्तान ने विशेषज्ञों के एक तटस्थ आयोग द्वारा एक विश्वसनीय, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच की पेशकश की, जिसका दिल से स्वागत किया गया।

पाकिस्तान आतंकवादी गुर्गों को मौन समर्थन दे रहा

एक अन्य उदाहरण में, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने नेशनल असेंबली में कहा कि यह पाकिस्तान के दबाव में था कि लश्कर की शाखा, प्रतिरोध मंच (टीआरएफ) का नाम पहलगाम पर यूएनएससी के बयान से हटा दिया गया, जिससे एक बार फिर साबित हुआ कि पाकिस्तान आतंकवादी गुर्गों को मौन समर्थन दे रहा है।

पहलगाम घटना की पारदर्शी जांच का आह्वान : शहबाज शरीफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से टेलीफोन पर बातचीत की और पहलगाम घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। शरीफ ने एक्स पर लिखा, एंटोनियो गुटेरेस से टेलीफोन पर बातचीत हुई और मैंने आतंकवाद के सभी रूपों की पाकिस्तान की निंदा की पुष्टि की, निराधार भारतीय आरोपों को खारिज किया और पहलगाम घटना की पारदर्शी और तटस्थ जांच का आह्वान किया।

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