नई दिल्ली। पीएम मोदी ने काशी महाकाल एक्सप्रेस को रवाना किया। यह एक्सप्रेस ट्रेन दो राज्यों के तीन ज्योतिलिंर्गों की यात्रा कराएगी। इस ट्रेन को पीएम मोदी ने रविवार को रवाना किया। इस ट्रेन की विशेषता है कि इस ट्रेन में एक सीट भगवान शिव के लिए आरक्षित की गई है। जिस पर हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को परेशानी है। उन्होंने इस पर सवाल खड़े किए है और प्रधानमंत्री कार्यालय को एक ट्वीट किया है। ओवैसी ने शिव जी के लिए सीट आरक्षित करने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने इस पर संविधान की याद दिलाई। उन्होंने न्यूज एजेंसी का एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पीएमओ को टैग किया है। इस ट्वीट के साथ ओवैसी ने संविधान की प्रस्तावना को शेयर किया है। ओवैसी ने एएनआई के जिस ट्वीट को रिट्वीट किया है उसमें शेयर की गई फोटो में काशी महाकाल एक्सप्रेस की एक सीट पर भगवान शिव की मूर्ति लगाई गई है और बर्थ में भगवान शिव की पूजा भी की जा रही है। ट्वीट में लिखा है कि कोच संख्या बी5 की सीट संख्या 64 भगवान के लिए खाली की गई है। इस ट्रेन को प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाई। रेलवे ने आईआरसीटीसी संचालित तीसरी सेवा शुरू की है। यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के वाराणसी से मध्य प्रदेश के इंदौर तक जाएगी। उत्तरी रेलवे के लिए प्रवक्ता दीपक कुमार ने कहा, ”ऐसा पहली बार हुआ है जब एक सीट भगवान शिव के लिए आरक्षित और खाली रखी गई है।” उन्होंने कहा, ”सीट पर एक मंदिर भी बनाया गया है ताकि लोग इस बात से अवगत हों कि यह सीट मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल के लिए है। कुमार ने कहा कि ऐसा स्थायी तौर पर करने के लिए विचार किया जा रहा है।