Overthinking Reason : ओवरथिंकिंग के कई कारण हो सकते हैं, और यह हमेशा किसी एक कारण से नहीं होता है। यदि आप अपने ओवरथिंकिंग के कारणों को समझने में सक्षम हैं, तो आप इससे निपटने के लिए बेहतर रणनीति विकसित कर सकते हैं।
1. अपनी सोच को पहचानें और स्वीकार करें:
सबसे पहले, अपनी सोच के पैटर्न को पहचानें। जब आप यह जान जाएंगे कि आप कब और क्यों ओवरथिंकिंग कर रहे हैं, तो इसे नियंत्रित करना आसान हो जाएगा। अपनी सोच को स्वीकार करें, लेकिन उसमें उलझें नहीं।
2. वर्तमान में रहें:
ओवरथिंकिंग अक्सर भविष्य की चिंता या अतीत के पछतावे के कारण होती है। वर्तमान में रहने के लिए, आप माइंडफुलनेस तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि गहरी सांस लेना, ध्यान करना या योग करना।
3. अपनी सोच को चुनौती दें:
जब आप नकारात्मक या अनावश्यक विचारों में फंस जाएं, तो उनसे सवाल करें। क्या ये विचार सच हैं? क्या वे उपयोगी हैं? क्या वे आपको खुश करते हैं? अपनी सोच को चुनौती देने से आप नकारात्मक विचारों के चक्र को तोड़ सकते हैं।
4. व्यस्त रहें:
जब आप व्यस्त होते हैं, तो आपके पास ओवरथिंकिंग करने का समय कम होता है। अपनी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हों, जैसे कि पढ़ना, लिखना, संगीत सुनना, खेल खेलना या दोस्तों के साथ समय बिताना।
5. आराम करें और सोएं:
जब आप थके हुए होते हैं, तो आप ओवरथिंकिंग करने की अधिक संभावना रखते हैं। हर रात 7-8 घंटे की नींद लें और आराम करने के लिए समय निकालें।
6. स्वस्थ भोजन करें और नियमित रूप से व्यायाम करें:
स्वस्थ भोजन और नियमित व्यायाम आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
7. दूसरों से बात करें:
अपनी भावनाओं और विचारों को दूसरों के साथ साझा करने से आपको बेहतर महसूस हो सकता है। किसी भरोसेमंद दोस्त या परिवार के सदस्य से बात करें, या किसी मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से मदद लें।
8. जरूरत पड़ने पर पेशेवर मदद लें:
यदि आप अपने दम पर ओवरथिंकिंग से निपटने में असमर्थ हैं, तो किसी मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से मदद लेने में संकोच न करें। वे आपको ओवरथिंकिंग से निपटने के लिए प्रभावी रणनीतियों को सीखने में मदद कर सकते हैं।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ओवरथिंकिंग से छुटकारा पाने में समय और प्रयास लगता है। धैर्य रखें और अपने आप पर दया करें।
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