नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2020 पेश करते हुए एक खूबसूरत शेर पढ़ा। अपने संबोधन में कहा कि
हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन-तेरा वतन-हमारा वतन-दुनिया का सबसे प्यारा वतन। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जो शेर पढ़ा वह कश्मीर के मशहूर कवि दीनानाथ कौल नदीम की कविता संग्रह का है। कवि दीनानाथ कौल कश्मीरी साहित्य के एक आदर्श और दिग्गज कवि माने जाते हैं। कश्मीरी लेखन में उन्हें दे प्लूम आॅफ नदीम के नाम से जाना गया। कवि दीनानाथ कौल नदीम का जन्म 1916 में हुआ था, वह कश्मीर की सबसे ज्यादा प्रभावशाली कवियित्री लाल डेड या लल्ला से प्रभावित थे। स्वर्गीय कवि दीनानाथ ने अपने लेखों में लिखा है कि कवियित्री लल्ला इतना ज्यादा फेमस थीं कि उनकी मां लल्ला की कविता गाया करती थीं। वह अपनी मां को सुनकर लल्ला की कविताओं से काफी ज्यादा प्रभावित हुए थे।