Organizing Talks On Gita Jayanti Festival
संजीव कौशिक, रोहतक :
भारत विकास परिषद रोहतक शाखा की ओर से गीता जयंती महोत्सव पर रामनगर स्थित शिक्षा भारती स्कूल में वार्ता का आयोजन किया। वार्ता में मुख्य वक्ता के रूप में वैश्य कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर व मध्य प्रांतीय महिला संयोजिका गीता गुप्ता उपस्थित रही। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि गीता ग्रंथ एक धर्म जाति से संबंध नहीं रखता है। इसमें मानव कल्याण की बात कही है और कर्म की महत्ता बताई है।
यह है गीता का महत्व (Organizing Talks On Gita Jayanti Festival)
उन्होंने कहा कि 18 अध्याय 700 श्लोक ग्रंथ में है। 576 श्लोक भगवान श्री कृष्ण ने अपने मुख से कहे 85 अर्जुन 40 संजय और 1 धृतराष्ट्र ने कहा है। उन्होंने कहा कि मात्र गीता ग्रंथ एक ऐसा ग्रंथ है। जो सबसे ज्यादा भाषाओं में अनुवादित है। उन्होंने कहा कि गीता को बहुत से देशों ने अपनाया है। वहां इस पर शोध भी हो रही है। इसमें लिखा गया एक एक शब्द मानव जीवन के कल्याण को दशार्ता है।
हर बार सिखाती है गीता (Organizing Talks On Gita Jayanti Festival)
उन्होंने इसे अलौकिक अनुपम ग्रंथ बताया। गीता गुप्ता ने कहा कि गीता को जितनी बार पढ़ोगे उसमें नया सीखने को मिलेगा इस मौके पर शाखा द्वारा गीता महोत्सव पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ। विजेताओं रमन गुप्ता, आशा ठकराल, वेद प्रकाश सेतिया को शाखा की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य वक्ता गीता गुप्ता का अंग वस्त्र से सम्मान किया गया।
ये लोग रहे मौजूद (Organizing Talks On Gita Jayanti Festival)
इस मौके पर शाखा अध्यक्ष लोकेश जैन कोषाध्यक्ष सीए नवीन गोयल, रमेश गोयल, अशोक गुप्ता, आनंद कुमार गर्ग, रमन गुप्ता, अरुण कुमार जैन, गणपत राय गोयल अशोक ठकराल वेद प्रकाश सेतिया ,अमित गांधी,आशा ठकराल, नेहा गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे