आर्य कॉलेज और आई.सी.एस.आई पानीपत चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में “अध्यापक सशक्तिकरण” पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन

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Organized Conference on 'Teacher Empowerment'

आज समाज डिजिटल, पानीपत:

आर्य कॉलेज के वाणिज्य विभाग व आईसीएसआआई पानीपत चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में एक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसका विषय “अध्यापक सशक्तिकरण” रहा । आईसीएसआई प्रत्येक वर्ष प्रत्येक वर्ष सितंबर में 5 से 11 सितंबर तक प्राध्यापक टीचर सप्ताह का आयोजन करता है। इस कांफ्रेंस की मुख्य अतिथि पानीपत की मेयर अवनीत कौर रही। प्राचार्य डॉक्टर जगदीश गुप्ता इस कॉन्फ्रेंस में गेस्ट ऑफ ऑनर रहे। आई.सी.एस.आई आइसीएसाईपानीपत चैप्टर की चेयर पर्सन सीएस प्रभजोत कौर, उपाध्यक्ष सीएस देवेश उप्पल, सचिव सीएस रमन शर्मा भी इस कांफ्रेंस में मुख्य वक़्त के तौर पर मौजूद रहे। कांफ्रेंस की स्पीकर सीएस आभा त्यागी और मैनेजिंग कमेटी के अन्य सदस्यों का कॉलेज में पहुंचने पर प्राचार्य ने पुष्पगुच्छ द्वारा स्वागत किया।

कंपनी एक्ट के बारे में चर्चा की

प्राचार्य डॉक्टर जगदीश गुप्ता ने इस कांफ्रेंस के सफल आयोजन के लिए कॉमर्स विभाग की विभागाध्याक्षा डॉ मधु बाबा, समन्वयक प्रोफेसर पंकज चौधरी व डॉ मनीषा नागपाल को बधाई दी। प्राचार्य ने हमारे जीवन में टीचर्स का क्या महत्व है, के बारे में बताया और साथ ही उन्होंने कंपनी एक्ट के बारे में भी चर्चा की। डॉ गुप्ता ने बताया कि आज के समय में एकल स्वामित्व का स्थान कंपनी ने ले लिया है इसलिए अब सीएस प्रोफेशनल की डिमांड बढ़ती जा रही है।

मुख्य अतिथि मेयर अवनीत कौर ने अपने संबोधन में बताया कि टीचर्स के योगदान को अपने जीवन में कभी भुलाया नहीं जा सकता। टीचर्स ने हमें जो पढ़ाया सिखाया उस ज्ञान को कभी भुलाया नहीं जा सकता । उन्होंने अपने करियर की कुछ बातें भी सभी से साझा कि उन्होंने कहा जो मुझे टीचर ने सिखाया वह मेरे इस नगर निगम के काम को सुचारू रूप से चलाने में भी काम आ रहा है।

टीचर ही जीवन का निर्माता है

आई.सी.एस.आई पानीपत चैप्टर की चेयरपर्सन सीएस प्रभजोत कौर ने अपने वक्तव्य में बताया की टीचर ही जीवन का निर्माता है और टीचर के बिना अपनी जिंदगी में आगे बढ़ पाना नामुमकिन है उन्होंने बताया अपनी मां के बाद टीचर ही गुरु होता है।

इस कांफ्रेंस की स्पीकर आभा त्यागी ने बताया कि आज के इस युग में टीचर्स का भी प्रोफेशनल होना जरूरी है। आज माइक्रो इंटरप्राइजेज की जगह कंपनी ने ले ली है। उन्होंने अपने वक्तव्य में दिवालिया कंपनी की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सीएस कोर्स के बारे में भी अपने विचार रखे।

समन्वयक प्रोफेसर पंकज चौधरी ने बताया कि यदि टीचर सशक्त होगा तभी वह अपने विद्यार्थियों को विषय की सही और सटीक जानकारी उसके उपयोग बता सकेगा| आज एजुकेशन 4.0 के युग में एक टीचर को नई-नई तकनीकों से लैस होना जरूरी है। डॉ मनीषा नागपाल ने अपने वक्तव्य में बताया की टीचर यदि जागरूक होगा तो वह अपने विद्यार्थियों को नई चीजों के बारे में जागरूक करेगा जिससे कि विद्यार्थी सक्षम हो सके।

कॉमर्स विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मधु गाबा ने अंत में सभी पहुंचे हुए सम्मानित अतिथियों का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि टीचर व विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए इस तरह के कॉन्फ्रेंस विभाग लगातार समय-समय पर करता रहता है।

इसमें आर्य कॉलेज के टीचर्स के अलावा पानीपत के आईबी कॉलेज के टीचर्स टीचर्स डॉक्टर सुनील शर्मा, रूहानी शर्मा विनीता और एसडी कॉलेज के प्राध्यापक मौजूद रहे। इस कॉन्फ्रेंस में 70 टीचर्स ने भाग लिया और आई.सी.एस.आई की तरफ से सभी टीचर्स को सर्टिफिकेट व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

मंच संचालन सीएस परिणीता ने किया

इस अवसर पर डॉ मधु गाबा, डॉ मनीषा नागपाल, प्रोफेसर पंकज चौधरी, डॉ रजनी शर्मा व अन्य कॉमर्स व अर्थशास्त्र विभाग स्टाफ सदस्य मौजूद रहे। आईएसआई की तरफ से सीएस प्रभजोत कौर, देवेश उप्पल, रमन शर्मा, अमित सहगल व अन्य सदस्य मौजूद रहे।

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