Aaj Samaj (आज समाज),IB PG College Panipat, पानीपत : जी.टी. रोड स्थित आई. बी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रसायन विभाग एवं आइ.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वावधान में बी.एस.सी. के विद्यार्थियों के लिए दैनिक जीवन में रसायन विषय पर एक वार्ता करवाई गई, जिसमें लगभग 80 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस वार्ता के मुख्य वक्ता डॉ. रमाकांत कौशिक (पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष रसायन विभाग, दयाल सिंह महाविद्यालय,करनाल) रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को अलग-अलग उदाहरण देकर रसायन की दैनिक जीवन में उपयोगिता को बड़े सरल तरीके से समझाया। उन्होंने कहा कि शरीर को स्वस्थ एवं निरोगी बनाए रखने के लिए रसायन विज्ञान ने अनेक प्रभावशाली औषधियां प्रदान की है। रसायन विभाग द्वारा ही कैंसर की चिकित्सा में प्रभावी औषधियां और एड्स से ग्रस्त रोगियों के उपचार हेतु उपयोगिता में आने वाली औषधि व अनेक जीवन रक्षक औषधियों, पौधों और प्राणी स्रोतों से प्राप्त या संश्लेषित की गई है।
मानव की सर्वप्रथम आवश्यकता भोजन
निरंतर बढ़ती हुई जनसंख्या को उचित मात्रा में खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने में रसायन विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है। मानव की सर्वप्रथम आवश्यकता भोजन है। उन्होंने प्रकृति में विद्यमान क्रियाओं का उदाहरण देकर बड़े ही सरल तरीके से रासायनिक अभिक्रियाओं को समझाया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग ने कहा कि मानव के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने हेतु भोजन, स्वास्थ्य सुविधा की वस्तुएं और अन्य सामग्री की आवश्यकताओं को पूरा करने में रसायन विज्ञान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमें किसी न किसी रूप में रासायनिक वस्तुओं की सहायता लेनी पड़ती है। उन्होंने यह भी कहा कि डिटॉल व फिनाइल आदि जिनका प्रयोग घरों में क्रमशः है शरीर के घावों की सफाई और कीटाणुनाशक के रूप में किया जाता है वास्तव में रासायनिक पदार्थ ही है।
मानव जीवन को रसायन शास्त्र से अलग करके नहीं देखा जा सकता
इस अवसर पर रसायन विभागाध्यक्षा प्रो.रंजना शर्मा ने कहा कि रसायन शास्त्र विज्ञान की वह शाखा है, जिसमें पदार्थों के संघटन, संरचना, गुणों और रासायनिक प्रतिक्रिया के दौरान इनमें हुए परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है। मानव जीवन को रसायन शास्त्र से अलग करके नहीं देखा जा सकता है, क्योंकि जीवित अजीवित गैस, द्रव, ठोस पदार्थों से लेकर पाउडर जैसे पृथ्वी का सबसे कोमल खनिज व हीरे जैसे सबसे कठोर खनिज तक रासायनिक तत्वों से ही मिलकर बने हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वयं मानव शरीर भी रासायनिक संयोजन से बना है और मानव जीवन के लिए आवश्यक पर्यावरण भी रासायनिक तत्वों का ही मिश्रण है। इसलिए हमने आज बी.एस. सी. के विद्यार्थियों के लिए एक वार्ता का आयोजन किया ताकि विद्यार्थी दैनिक जीवन में रसायन के महत्व को जाने। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. विक्रम कुमार ने किया। अंत में आई. क्यू. ए.सी.कोऑर्डिनेटर डॉ. मो. ईशाक ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि आगे भी हम विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि करने के लिए ऐसे आयोजन करते रहेंगे। इस अवसर पर अतिथि को तुलसी का पौधा एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. मो. ईशाक, डॉ. विक्रम, प्रो. ईरा गर्ग, डॉ.सुनित शर्मा, प्रो. अजय पल सिंह, प्रो. सोनिया, डॉ. चेतना नरूला एवं प्रो. निशा आदि मौजूद रहे।