Aaj Samaj (आज समाज),Etiquette In Your Class, पानीपत : डॉ .एम.के.के. आर्य मॉडल स्कूल पानीपत में सोमवार को कक्षा यू.के.जी’ सी के विद्यार्थियों ने’ अपनी कक्षा, में शिष्टाचार’ विषय पर विभिन्न क्रियाकलापों द्वारा अपनी -अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम के आयोजन में रिज्जु और कविता ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना से किया गया। मंच संचालन अध्यापिका कविता द्वारा किया गया। इसके उपरांत वैष्णवी, रियांश, अभिराज द्विवेदी, बानी व गौरी ने अपने भाषणों द्वारा बताया कि हमें अपने शिक्षकों माता-पिता अन्य बुजुर्गों और वरिष्ठ नागरिकों के प्रति विनम्र सम्मान के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। हमें घर स्कूल और अन्य सभी सार्वजनिक स्थानों पर हमेशा स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए। हमारा अच्छा व्यवहार हमारे आदर्श चरित्र बल को दर्शाता है हमें सभी का सम्मान करना चाहिए। सभी को आदर देना चाहिए। झूठ का साथ नहीं देना चाहिए। बड़े बुजुर्गों की आज्ञा का पालन करना चाहिए। हमेशा सच बोलना चाहिए। सुबह जल्दी उठना चाहिए। अपने दांतों को रोजाना साफ करना चाहिए। रोजाना स्नान करना चाहिए। समय पर विद्यालय जाना चाहिए।
Etiquette In Your Class : डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में विषय ‘अपनी कक्षा में शिष्टाचार’ कार्यक्रम का आयोजन
इसके उपरांत सानवी, गरिमा अर्नव, वेदिका, रूहानी, मानसी, हर्षिल, अविराज, वान्या, निष्ठा, हेजल, गोराक्ष, तान्या, नक्श, बानी, जय, यशु, केशव, मिस्टी, रवजोत, गर्विक और कियांश ने अपनी कविताओं के माध्यम से बताया कि रात को जल्दी सोना, सवेरे जल्दी उठना अच्छा होता है। जब भी बोलो मीठा बोलो। कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा विषय से संबंधित सामूहिक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई। अंत में बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्रश्नोत्तरी ज्ञानवर्धक रही। विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर, मीरा मारवाह एवं विद्यालय की शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए संदेश दिया कि मनुष्य पृथ्वी पर ईश्वर की सबसे बुद्धिमान रचना है। जब हम लोगों के साथ सम्मान और शिष्टाचार से पेश आते हैं। तो इससे आपसी विश्वास और प्रशंसा का माहौल बनता है। अच्छे शिष्टाचार का अभ्यास करके जैसे कृपया और धन्यवाद कहना ,ध्यान से सुनना और सहानुभूति दिखाना। हम एक सकारात्मक और स्वागत योग्य वातावरण बनाते हैं जो स्वस्थ सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देता है। मजबूत रिश्ते विकसित करने से खुशी समर्थन और अपनेपन की भावना जाग्रत होती है।