Dr. MKK Arya Model School में विषय ‘अपना परिचय’ कार्यक्रम का आयोजन

0
201
Dr. MKK Arya Model School
Aaj Samaj (आज समाज),Dr. MKK Arya Model School, पानीपत : डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल पानीपत में बुधवार को कक्षा ‘नर्सरी ‘ ए ‘के विद्यार्थियों ने ‘अपना परिचय ‘ विषय पर विभिन्न क्रियाकलापों द्वारा अपनी -अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम के आयोजन में टीना आहूजा ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना की मधुर गूंज से किया गया। जिसने वातावरण को पवित्र बना दिया। मंच संचालन अध्यापिका टीना आहूजा द्वारा किया गया। इसके उपरांत, कीरत, प्रभजी, परिधि, कियारा, अनिका नवीश, रीत, विहान, वैष्णवी, दिव्यांश, वियांश, जिवांश और ऋषभ ने बताया कि आत्म-परिचय एक महत्वपूर्ण योग्यता है जो हमें अपने आप को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने में मदद करती है।
यह न केवल हमारे व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे करियर और व्यापार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। स्वयं परिचय वह होता है जब हम अपने बारे में बताते हैं। इसमें हम अपना नाम, पेशे, शिक्षा, पासंदीदा गतिविधियां और व्यक्तिगत जानकारी सहित अपने बारे में संक्षेप में बताते हैं। यह हमें अन्य लोगों से परिचित करवाने और नए संबंध बनाने में मदद करता है। इसके उपरांत नन्हे मुन्नों ने अपनी कविताओं के माध्यम से बताया कि आत्म-परिचय एक प्रक्रिया है जिसमें हम अपने बारे में जानकारी साझा करते हैं ताकि दूसरे व्यक्ति हमें बेहतर ढंग से समझ सकें। यह हमारे व्यक्तित्व, क्षमताएं, और परिचय के माध्यम से होता है। इसके माध्यम से हम दूसरों के सामर्थ्य, क्षमताएं, और रुचियों के बारे में भी जान सकते हैं। यह हमारे संबंधों को मजबूत और सही ढंग से बनाने में मदद करता है।
कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा विषय से संबंधित सामूहिक नृत्य व गायन की सुंदर प्रस्तुति दी गई। जो सभी को मंत्रमुग्ध करने वाली थी।अंत में बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्रश्नोत्तरी ज्ञानवर्धक रही। विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर, मीरा मारवाह एवं विद्यालय की शैक्षिक सलाहकार, मंजू सेतिया ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए संदेश दिया कि आत्म-परिचय का होना आपके जीवन में कई महत्वपूर्ण रोल निभाता है। आत्म-परिचय हमें अपनी पहचान और स्वभाव को समझने में मदद करता है। जब हम अपने अस्तित्व के बारे में जानकारी रखते हैं, तो हमें अपनी स्वाभाविक प्राकृतिक क्षमताओं को विकसित करने में आसानी होती है। इससे हमें व्यक्तिगत समृद्धि प्राप्त होती है और हम अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर होते हैं।