Haryana Assembly Election : घरौंडा में भाजपा प्रत्याशी का विरोध, सरपंचों ने कांग्रेस को दिया समर्थन

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घरौंडा में भाजपा प्रत्याशी का विरोध, सरपंचों ने कांग्रेस को दिया समर्थन
घरौंडा में भाजपा प्रत्याशी का विरोध, सरपंचों ने कांग्रेस को दिया समर्थन

Karnal News (आज समाज) करनाल: करनाल जिले के घरौंडा विधानसभा क्षेत्र में सरपंचों और पूर्व सरपंचों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन का ऐलान कर दिया है। सरपंचों का आरोप है कि उनके गांवों में विकास कार्य ठप हो गए हैं, क्योंकि सरपंचों को काम करने से रोका गया। उनका आरोप है कि जब सरपंचों ने अपनी मांगें उठाई, तो सरपंचों को चोर बताया गया और लाठियां भांजी गई। जिससे सरपंचों और पूर्व सरपंचों में भाजपा के प्रति रोष बढ़ता चला गया। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी के लिए घरौंडा में चुनावी चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।

सरकार ने सरपंचों के अधिकारों को कुचला

सरपंचों और पूर्व सरपंचों ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में सरपंच पर पूरे गांव की जिम्मेदारी होती है, लेकिन सरकार ने सरपंचों के अधिकारों को कुचलने का काम किया है। गांवों में विकास कार्य ठप पड़े हैं और सरपंच सरकार के कारण जनता की उम्मीदों पर खरा ही नहीं साबित कर सके। उन्होंने कहा कि जब सरपंचों ने अपनी मांगें सरकार के सामने रखी, तो उन पर लाठियां बरसाई गईं। ऐसे में अब न सिर्फ बीजेपी को हराने, बल्कि कांग्रेस प्रत्याशी को जीताने की भी रणनीति तैयार की जाएगी।

घरौंडा में 35 साल से कांग्रेस का एमएलए नहीं

कुटेल के पूर्व सरपंच कृष्ण कुमार, राजबीर सिंह झिवरेहड़ी, पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले 35 सालों से कांग्रेस का घरौंडा से विधायक नहीं बना है। इस बार कांग्रेस से 40 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया है। हालांकि, टिकट केवल एक को ही मिलेगा, लेकिन बाकी 39 प्रत्याशियों पर यह दबाव बनाया जाएगा कि वे टिकटधारी का समर्थन करें और कांग्रेस को घरौंडा में जीत दिलाएं। पूर्व सरपंच संदीप कुमार कुटेल, अमर सिंह डिंगर माजरा, देवेंद्र सहित अन्य का कहना है कि मौजूदा एमएलए हमारे गांव कुटेल का है, लेकिन विकास के नाम पर गांव में कुछ नहीं हुआ। अब कांग्रेस की एकतरफा लहर है, और किसी भी तरह से कांग्रेस की खिलाफत नहीं हो रही। जनता में सरकार के प्रति भारी नाराजगी है, जिसे कांग्रेस के पक्ष में देखा जा सकता है।

भाजपा समर्थित सरपंचों से भी होगी चर्चा

सरपंचों ने बताया कि भाजपा समर्थित सरपंचों से फिलहाल बातचीत नहीं की गई है। मीटिंग में सिर्फ कांग्रेस समर्थित सरपंचों को बुलाया गया था। आने वाले समय में भाजपा समर्थित सरपंचों से भी बैठक कर उनकी राय ली जाएगी। साथ ही, जिस कांग्रेस उम्मीदवार को शीर्ष नेतृत्व द्वारा टिकट मिलेगा, उसे सभी सरपंच और पूर्व सरपंचों का समर्थन दिलाने का प्रयास किया जाएगा। यदि किसी ने आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का विचार किया, तो सरपंच और पूर्व सरपंच एसोसिएशन उसका विरोध करेगी।