विधानसभा स्पीकर ने बताया किस तरह से बेहतर तरीके से चलेगी सदन की कार्यवाही
Delhi Budget Session (आज समाज), नई दिल्ली। दिल्ली की भाजपा सरकार का पहला बजट सत्र जारी है। मंगलवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जहां बजट पेश किया वहीं बुधवार व गुरुवार को इसपर चर्चा का समय रखा गया था। हालांकि इस अवधि के दौरान बजट पर चर्चा के अतिरिक्त भी विपक्ष ने काफी ज्यादा शोर शराबा किया। जिसपर उसे विस अध्यक्ष की नाराजगी का सामना करना पड़ा। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष ने एक बार फिर से विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखकर भेदभाव बरतने का आरोप लगाया।
नेता प्रतिपक्ष के पत्र का ये जवाब दिया
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि कुछ सदस्यों द्वारा दिए गए विशेष उल्लेख के नोटिस को अनुमति नहीं देने के बारे में मेरे फैसले के संबंध में मुझे नेता प्रतिपक्ष आतिशी से एक पत्र मिला। मैं सदस्यों को बताना चाहता हूं कि सदन के सदस्यों को केवल उन विषयों पर प्रश्न पूछने चाहिए या चर्चा करनी चाहिए, जिनका मंत्री उत्तर दे सकते हैं या उन पर कोई कार्रवाई कर सकते हैं।
हालांकि, सदन में उठाए जाने वाले मामले के विषय को ध्यान में रखते हुए अध्यक्ष आरक्षित विषयों पर भी नोटिस की अनुमति केवल तब दे सकते हैं, जब उन्हें लगता है कि यह दिल्ली के लोगों को प्रभावित करने वाला बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण मामला है और जिस पर सदन को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रतिपक्ष के जिन नोटिसों को मैंने स्वीकार नहीं किया था, वे महज सदन की प्रक्रिया का दुरुपयोग करने और सदन में संगठित व्यवधान पैदा करने का प्रयास थे। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।
पत्र से पहले मीडिया से जानकारी मिल गई थी
विधानसभा स्पीकर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का पत्र मिलने से पहले ही मुझे उनके पत्र के बारे में मीडिया से जानकारी मिल गई थी। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। विपक्षी सदस्यों की यह आदत बन गई है कि वे अपनी शिकायत मुझे बताने के बजाय सबसे पहले मीडिया के पास जाते हैं। मुझे प्रतिपक्ष के सदस्यों को यह चेतावनी देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है कि वे ऐसा कोई कार्य न करें जो अध्यक्ष पद की गरिमा को ठेस पहुंचाता हो। मैं सदन में हमेशा स्वस्थ और लोकतांत्रिक बहस और चर्चा का स्वागत करूंगा लेकिन मैं ऐसी किसी भी चर्चा की अनुमति नहीं दूंगा, जिसका उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ लेना और मीडिया में अपने आपको महिमामंडित करने के लिए सदन का समय बर्बाद करना हो।
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