Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को कहा कि परंपरागत पार्टियां हमेशा किसी न किसी मुद्दे पर उनकी आलोचना करती हैं, लेकिन वे कभी भी उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए उनकी प्रशंसा नहीं करती हैं। उन्होंने परंपरागत पार्टियों को चुनौती दी कि वे 44,667 युवाओं को सरकारी नौकरी, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, शहीदों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये और अन्य मुद्दों को क्यों नजरअंदाज करते हैं।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा जैसे नेता उनके खिलाफ कुछ भी बोलें, लेकिन इससे पंजाब और पंजाबियों के हित में काम करने में कोई बाधा नहीं आएगी। बादल परिवार और कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने लंबे समय तक राज्य पर शासन किया, लेकिन लोगों के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता इन नेताओं के हाथों में रही, जिन्होंने अपने निजी स्वार्थों के लिए इसका दुरुपयोग किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने हमेशा राज्य की बजाय अपने हितों को तरजीह दी, जिसके कारण पंजाब में व्यवस्था चरमरा गई।
सरकार कल्याण और राज्य की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब आम आदमी की सरकार है, जो उनके कल्याण और राज्य की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने पारंपरिक पार्टियों को सत्ता से बाहर करके आम आदमी के बेटों को चुनकर बड़ा बदलाव किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां जैसे विनम्र नेता ने पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल को हराया है।
मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि 25 साल तक राज्य पर राज करने का दावा करने वाले आज 25 नेताओं का समर्थन भी नहीं जुटा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि अकाली नेता श्री अकाल तख्त साहिब से माफी मांग रहे हैं, लेकिन वे उस पाप का नाम नहीं ले रहे हैं, जिसके लिए माफी मांगी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के बुद्धिमान और बहादुर लोगों ने इन अवसरवादी नेताओं को पूरी तरह से नकार दिया है, जिन्होंने हमेशा राज्य को धोखा दिया है।