इंडिया न्यूज और न्यूज एक्स से बातचीत में प्रधानमंत्री ने खुल की बात
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया न्यूज और न्यूज एक्स को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में विपक्ष की रणनीति पर कहा कि विपक्षी दल उनके (मोदी सरकार) के काम की चर्चा नहीं कर रहे हैं, सिर्फ उनके नाम की चर्चा कर रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की 19 मई को होने वाली वोटिंग से पहले नरेंद्र मोदी से जब पूछा गया कि 2019 के चुनाव में आधा से ज्यादा विपक्ष एकजुट हो गया है और उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहा है। क्या 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी ही विपक्ष की सबसे बड़ी चुनौती और मुद्दा है? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष उनके काम की चर्चा नहीं करना चाहता है। विपक्ष सिर्फ और सिर्फ मोदी की चर्चा कर रहा है। विपक्ष के पास सिर्फ मोदी ही मुद्दा रह गया है, इस वजह से यह चुनाव पूरी तरह से सिर्फ मोदी पर ही फोकस है। साथ ही विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष का एक ही काम रह गया है मोदी के लिए अपशब्द कहना और गाली देना।
जीएसटी और नोटबंदी के भी चुनाव जीते
पीएम मोदी से जब एक पूछा गया कि विपक्ष का आरोप है कि पीएम मोदी विकास, जीएसटी, नोटबंदी और रोजगार के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और विपक्ष के सवालों से भागते हैं और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर देश का ध्यान भटका रखे हैं। तो नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और गुजरात का विधानसभा चुनाव भाजपा ने नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दे पर ही जीता था और विपक्ष को करारी हार मिली थी। इन दोनों चुनावों के नतीजों से साफ पता चलता है कि देश की जनता ने इन मुद्दों पर मोदी सरकार का समर्थन किया और विपक्ष को करारा जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि मोदी सरकार ने सिर्फ विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा है।
बंगाल में लोकतंत्र खतरे में है
लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है? वेस्ट बंगाल में स्थिति काफी गंभीर है। नेताओं, मंत्रियों के साथ-साथ मीडिया को भी निशाना बनाया जा रहा है। हमारी गाड़ियाँ तोड़ी गईं, थीं, रिपोर्टर-कैमरामैन पर भी हमला किया गया था। आप प्रधानमंत्री के रूप में इस स्थिति को कैसे देखते हैं? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि देर आये, दुरुस्त आये. आप सब लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं। पीएम का यह जवाब चौंकाने वाला था, लिहाजा इंडिया न्यूज ने उन्हें रोकते हुए पूछा यह कैसे? इस बार मोदी ने और भी गंभीर होते हुए जवाब दिया कि वही मैं बताता हूं, लेकिन यह सुनकर आपको बुरा लगेगा। आप लोग जिम्मेदार हैं, जब तक आपके मीडिया वालों की पिटाई नहीं हुई, आपको लोकतंत्र खतरे में नहीं लगा। उन्होंने कहा कि ये देश और खुद प्रधानमंत्री एक साल से कह रहा था कि वहां पंचायत चुनाव में हिंसा हुई है, ये लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है। सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई, लेकिन इस देश का मीडिया इन बातों पर चुप रहा। अगर आप इन बातों को उस समय उजागर करते और एक दबाव पैदा करते तो लोकतंत्र के रास्ते पर आने के लिए वहां की सरकार को विवश होना पड़ता, लेकिन आपने वह नहीं किया। लोकसभा चुनाव के पहले अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री जनसभा के लिए जब बंगाल जा रहे थे, तो उनके हेलीकॉप्टरों को लैंड नहीं करने दिया गया। मैं चार महीने पहले की बात कर रहा हूं। बंगाल के लोग दिल्ली में आकर यह कहते रहे, पर आप लोगों ने ब्लैकआउट किया।
घोषणापत्र में शामिल सारे मुद्दे हमारे लिए अहम
इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री से बीजेपी के मेनिफेस्टो पर भी सवाल किया गया। उनसे पूछा गया कि आपका विजन, प्रायोरिटी क्या होगी? अगर आपकी सरकार वापस बनती है तो क्या नया होगा मोदी 2.0 और एनडीए 2.0 में? इस सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेनिफेस्टो में दिए गए सभी मुद्दे हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हमारे लिए कोई भी मुद्दा पहले या दूसरे नंबर पर नहीं होगा. हमारे लिए सभी मुद्दे बराबर अहम हैं।
बहुमत से दोबारा बनेगी सरकार
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए 2014 के आम चुनाव से ज्यादा सीटें जीतेंगी। पीएम ने कहा कि यह चुनाव देश की जनता लड़ रही है और इस चुनाव को पुराने किसी भी तराजू से नहीं तौलें। प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछा गया कि देश के किसी भी कोने में चले जाओ, आज कल सभी लोग पत्रकारों से बस एक ही सवाल पूछते हैं, ये बताओ कि मोदी वापस आएगा कि नहीं। प्रधानमंत्री के हिसाब से इस चुनाव में बीजेपी और एनडीए को कितनी सीटें मिलेंगी? 200 से ज्यादा, 300 से ज्यादा या 400 से ज्यादा? इस सवाल पर पीएम मोदी ने जवाब दिया कि एनडीए और बीजेपी इस बार पिछले चुनाव से भी अच्छा प्रदर्शन करेगी और 2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार ज्यादा सीटें जीतकर लाएंगे।