मध्यप्रदेश के गुना में किसान परिवार के साथ हुईबर्बरता केखिलाफ विपक्ष ने आवाज उठाई है। विपक्ष ने शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ किसानो के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगा। हालांकि प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा नेकहा कि यहां कानून का राज है। घटना के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। भोपाल से टीम गुना जाकर मामले की जांच करेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। गुना में किसान की पिटाईका वीडियो वायरल हो गया है। जिसके बाद से ही विपक्ष लगातार अपन प्रतिक्रिया दे रहा है।
इस घटना पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नेट्वीट किया कि हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के खिलाफ है। राहुल गांधी के ट्वीट पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा, जब राहुल गांधी जी की सरकार थी तब प्रीपेड व्यवस्था की तहत अधिकारियों की पोस्टिंग होती थी। हमने जानकारी आते ही कलेक्टर एसपी आईजी सब बदल दिए। जबकि बसपा प्रमुख मायावती नेट्वीट किया कि ‘मध्यप्रदेश के गुना पुलिस व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर दलित परिवार को कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बबार्द करके उस दम्पत्ति को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अति-क्रूर व अति-शर्मनाक। इस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक। सरकार सख्त कार्रवाई करे।’
हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के ख़िलाफ़ है। pic.twitter.com/egGjgY5Awm
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 16, 2020
मायावती ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘एक तरफ बीजेपी व इनकी सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है जबकि दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं उसी तरह से आम हैं जिस प्रकार से पहले कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थी, तो फिर दोनों सरकारों में क्या अन्तर है? खासकर दलितों को इस बारे में भी जरूर सोचना चाहिए।’