प्रभजीत सिंह लक्की,यमुनानगर:
Opening Agro Forestry University Issue In Yamunanagar : यमुनानगर से भाजपा विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने कहा कि उन्होंने हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में जिला यमुनानगर में कृषि वानिकी विश्वविद्यालय खोलने का मुद्दा उठाया। विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने कहा कि यमुनानगर जिला पूरे हरियाणा सहित पूरे देश का प्लाईवुड का मेन सेंटर है। यहां पर कच्ची लकड़ी पॉपुलर सफेदा,शीषम आदि कंई प्रकार की लकड़ी जिला यमुनानगर के हर क्षेत्र के अलावा उत्तर प्रदेश के दूरदराज क्षेत्र गोरखपुर ,पंजाब के दूर-दूर के अमृतसर, होशियारपुर व हरियाणा के कोने कोने से बिक्री के लिए आती है। (Opening Agro Forestry University Issue In Yamunanagar) जिससे कच्चे माल की परिवाहन लागत ज्यादा हो जाती है। इससे किसानों के साथ साथ प्लाईबोर्ड इंडस्ट्री पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। प्लाईवुड इंडस्ट्री अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है।
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भाजपा विधायक घनश्यामदास अरोड़ा कृषि वानिकी विश्वविद्यालय खुलने से किसान भाइयों को अत्यधिक लाभ(Latest Yamunanagar News)
जिला यमुनानगर में कृषि वानिकी विश्वविद्यालय अगर खुलता है तो इसमें विभिन्न प्रकार के शोध किए जाएंगे। लकड़ी के ऊपर रिसर्च होगा और किस प्रकार की लकड़ी किस प्रकार उत्पादन करके ज्यादा उपयोगी होती हैं यह बताया जाएगा। किसान भाइयों को वह लकड़ी उत्पादन करने के लिए बताया जाएगा कि किस लकड़ी में ज्यादा वजन होता है और वह प्लाईवुड इंडस्ट्री के लिए किस प्रकार से और भी ज्यादा कई प्रकार से उपयोगी होगी।
इससे किसान भाइयों को अत्यधिक लाभ भी होगा। किसान भाई जागरूक होंगें व नवीनतम तकनीक का उपयोग कर सकेंगे, लकडी कच्चे माल की परिवाहन लागत कम होगी व कच्चे माल की मात्रा भी यहां पर लोकल लेवल पर प्रचुर मात्रा में बढ़ जाएगी। जिससे प्लाइवुड इंडस्ट्री को भी फैक्ट्री चलाने में आसानी होगी।
कृषि वानिकी विश्वविद्यालय खुलने से फेस उत्पाद होता है प्लाइवुड इंडस्ट्री को सबसे बड़ी राहत (Opening Agro Forestry University Issue In Yamunanagar)
यमुनानगर भाजपा विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि प्लाई बोर्ड में एक मुख्य उत्पाद फेस का भी इस्तेमाल होता है। यह फेस उत्पाद पूरी तरह से 100 प्रतिशत विदेशी देशों से आयात किया जाता है जैसे चाइना, इंडोनेशिया ,अफ्रीकी देश आदि,अगर किन्ही कारणों की वजह से फेस उत्पाद के भारत देश आने में कोई व्यवधान आता है तो प्लाईवुड इंडस्ट्रीज पूरी तरह से डगमगा जाएगी। (Opening Agro Forestry University Issue In Yamunanagar) क्योंकि भारत में यह फेस उत्पाद तैयार नहीं किया जाता। प्लाइवुड इंडस्ट्री पहले से ही अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है।
हरियाणा कृषि वानिकी विश्वविद्यालय जिला यमुनानगर में खुलने से फेस उत्पाद के ऊपर भी ज्यादा से ज्यादा रिसर्च हो सकेगा। यह संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं कि इसका जिला यमुनानगर में यहां पर किस प्रकार से उत्पादन हो। फेस उत्पाद अगर यहाँ तैयार होगा तो हमारे किसान भाइयों को उसका अत्याधिक लाभ होगा व प्लाइवुड इंडस्ट्री को भी राहत मिलेंगी।
कृषि वानिकी विश्वविद्यालय के लिए कम से कम 50 एकड़ भूमि की होगी आवश्यकता (Opening Agro Forestry University Issue In Yamunanagar)
विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के जवाब के सवाल के विधानसभा में जवाब देते हुए शिक्षा व वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि कृषि वानिकी विश्वविद्यालय के लिए कम से कम 50 एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है। जब भूमि उपलब्ध होगी तो सरकार वह विश्वविद्यालय बनाने पर विचार कर सकती है। लेकिन इसके लिए अभी कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
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