पटियाला। महिला काव्य मंच द्वारा ऑनलाइन राष्ट्रीय गोष्ठी अत्यंत सफलतापूर्वक संपन्न हुई । मंच के संस्थापक नरेश नाज़ के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय सचिव सारिका भूषण ने सारे राज्यों के प्रतिनिधियों एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्याओं को एक साथ जोड़कर इस महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया ।
इस अखिल भारतीय गोष्ठी में देश के लगभग सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की । गोष्ठी की शुरुआत संस्थापक नरेश नाज़ के स्वागत संबोधन के साथ हुई । राष्ट्रीय सचिव एवं आयोजिका झारखंड की सारिका भूषण ने अध्यक्ष के रूप में राष्ट्रीय संरक्षक गुरनीर साहनी , मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष मधु चोपड़ा ‘ मधुमन ‘ एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में अन्तराष्ट्रीय सचिव डॉ दुर्गा सिन्हा ‘ उदार ‘ का स्वागत किया ।
नरेश नाज़ के द्वारा सरस्वती वंदना के साथ ही विभिन्न राज्यों में बैठे 41 प्रतिष्ठित कवयित्रियों ने अपनी – अपनी कविताओं का पाठ किया । हरियाणा से डॉ ज्योति राज , वंदना ‘ हिना ‘ मलिक , डॉ दुर्गा सिन्हा ‘ उदार ‘ , इंदु राज निगम , संचिता ने अपनी – अपनी कविताओं का बेहतरीन पाठ किया । पंजाब से गुरनीर साहनी , मधु चोपड़ा ‘मधुमन ‘ , डॉ. पूनम गुप्त , इरादीप, अलका अरोड़ा , सरिता नौहरिया ने अपनी रचनाओं का पाठ कर खूब वाहवाही लूटी ।
झारखंड से सारिका भूषण , मोना बग्गा , बिहार से उषा किरण श्रीवास्तव , डॉ नीलिमा वर्मा एवं डॉ अन्नपूर्णा श्रीवास्तव ने अपनी कविताओं से गोष्ठी में जान डाल दी । दिल्ली से ममता किरण ,उर्वशी अग्रवाल ‘ उर्वी ‘ , सविता चड्डा एवं मध्यप्रदेश से भारती जैन दिव्यांशी , डॉ ज्योत्सना सिंह राजावत ने और छत्तीसगढ़ से डॉ ज्योति मिश्रा , वन्दनगोपाल शर्मा ‘ शैली ‘ ने अपनी – अपनी रचनाओं के पाठ से सभी को मुग्ध कर दिया ।
उत्तरप्रदेश से राजेश कुमारी , महक जौनपुरी , अंजू जैन ने और राजस्थान से डॉ सुमन दहिया , कर्नाटक से ममता सिंह ‘ अमृत ‘ , तमिलनाडू से मंजू रुस्तगी एवं सरला विजय सिंह ने अपनी कविताओं के पाठ से गोष्ठी की रौनक बढ़ा दी । महाराष्ट्र से डॉ मीरा सिंह , उत्तराखंड से रमा कुंवर , पश्चिम बंगाल से आरती सिंह , तेलंगाना से डॉ अर्चना पांडेय , असम से ममता गिनोड़िया ‘ मुग्धा ‘ और त्रिपुरा से सुमिता धर बसु ठाकुर ने अपनी – अपनी गज़लों एवं गीतों से महफ़िल सजा दी।
महिला काव्य मंच की राष्ट्रीय उपाध्यक्षा डॉ विनय गौर , पूर्वोत्तर के आठ राज्यों की अध्यक्षा डॉ रुनू बरुआ ‘ रागिनी तेजस्वी ‘ एवं जम्मू कश्मीर , लद्दाख एवं हिमाचल प्रदेश की अध्यक्षा सुमन पाल ने भी अपनी कविताओं का बेहतरीन पाठ किया ।