नई दिल्ली। एक बार फिर प्याज आंसू रुला रहा है। प्याज के दामों ने तेजी पकड़ ली है। प्याज 20 रुपए किलो से सौ से एक सौ बीस रुपए किलो तक पहुंच गया है। गरीब की थाली का ताज प्याज उसकी थाली से गायब हो गया है। थोक बाजार में भी प्याज ने 100 का आंकड़ा पार कर लिया है। पुराने प्याज की कीमते 120 रुपए किलो तक हो गई हैं जबकि नया प्याज 80-85 रुपये प्रतिकिलो के भाव में खुला। प्याज के दामों ने ग्रहणियों के लिए भी मुसीबत खड़ी कर दी है। ग्रहणी तनु उपाध्याय ने कहा कि प्याज के दाम लगातार आसमान छू रहे हैं। प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी किचन का बजट बिगाड़ रही है। इसके दाम कम होने चाहिए। इस पर सरकार को नियंत्रण करना चाहिए। आम खाने पीने की चीजों के दाम इस कदर बढ़ेंगे तो आम आदमी कहा जाएगा। आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ रहा है।अक्तूबर में प्याज की कीमत 4500 रुपये प्रति क्विंटल रही, इस दौरान प्याज की प्रति क्विंटल औसत कीमत 3800 रुपये रही। इसके बाद नवंबर में 9000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई। नवंबर में प्याज की औसत कीमत 4900 रुपये प्रति क्विंटल रही।वहीं, देश में प्याज के सबसे बड़े थोक बाजार लासलगांव एपीएमसी में सोमवार को ग्रीष्मकालीन प्याज की बोली नहीं लगाई गई। इसके स्थान पर वहां 250 वाहनों में लाल प्याज पहुंचा जिसकी नीलामी की गई।
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