Aaj Samaj (आज समाज), Onion Price News, नई दिल्ली: देश के हर घर की रसोई का अहम हिस्सा प्याज बहुत जल्द आम आदमी की थाली में लौटेगा। साथ ही केंद्र सरकार चीनी और गेहूं के दाम भी कम करने की तैयारी में है। सरकार ने बेमौसम बारिश और उत्पादन में कमी के चलते बढ़ी प्याज की कीमतों पर काबू पाने के लिए तत्काल प्रभाव से इसके निर्यात पर मार्च, 2024 तक पूरी तरह रोक लगा दी है।
- चीनी और गेहूं के दाम पर भी लगेगी लगाम
चीनी मिलों को भी जारी किए निर्देश
महानिदेशालय ने बताया कि प्याज की निर्यात पॉलिसी में थोड़ा बदलाव किया जा रहा है और इसके तहत 31 मार्च, 2024 तक देश के बाहर प्याज के निर्यात पर पूरी तरह रोक लगाई जाती है। इसके साथ ही महानिदेशालय की ओर से अवगत करवाया गया कि चीनी की बढ़ती कीमतों पर भी सरकार ने काबू पाने के लिए मिलों को आदेश जारी किए हैं।
सरकार ने पहले तय की थी न्यूनतम कीमत
केंद्र ने प्याज निर्यात पॉलिसी में इस बदलाव से पहले सरकार ने इसकी न्यूनतम कीमत तय की थी। इसके तहत 29 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक प्याज का मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (एमईपी) 800 डॉलर प्रति टन रखा गया था। इसका खुदरा भाव देखें तो प्याज की निर्यात कीमत 67 रुपए प्रति किलोग्राम रखी गई थी। बता दें कि बीते एक माह में ही प्याज के दाम 58 फीसदी बढ़ चुके हैं।
तीन स्थितियों में मिल सकती है निर्यात की छूट
सरकार ने साफ कर दिया है कि तीन स्थितियों में निर्यात की छूट दी जा सकती है। पहली तो जो कंसाइनमेंट इस नोटिफिकेशन के पहले ही शिप पर लोड हो चुके हैं अथवा उनके बिल जमा किए जा चुके हैं। दूसरी स्थिति यह कि जिन कंसाइनमेंट के पेपर कस्टम को दिए जा चुके हैं या उनका रजिस्ट्रेशन हो चुका है। तीसरा स्थिति यह कि जिनके पेपर अभी सिस्टम में वेरिफिकेशन के लिए रखे हैं, उन्हें भी निर्यात की छूट रहेगी।
चीनी के दाम घटाने के लिए एथनॉल पर रोक
चीनी का उत्पादन इस साल 8 फीसदी कम होने का अनुमान है, जिससे खुदरा बाजार में इसके दाम बढ़ने का संकट है। सरकार ने चीनी की कीमतों को थामने के लिए एथनॉल उत्पादन पर फिलहाल रोक लगा दी है। बता दें कि देश में हर साल लगभग 35 लाख टन चीनी उत्पादन के बराबर गन्ने का इस्तेमाल एथनॉल बनाने में होता है। फिलहाल शुगर मिल को एथनॉल बनाने के लिए गन्ने के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है।
एफसीआई को बड़ी मात्रा में बाजार में गेहूं रिलीज करने के निर्देश
खुदरा बाजार में गेहूं की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं और इस पर काबू पाने के लिए सरकार ने फूड कॉरपोरेशन आॅफ इंडिया (एफसीआई) को बड़ी मात्रा में बाजार में गेहूं रिलीज करने के निर्देश दिए हैं। खुदरा बाजार में इस समय आटे का भाव 40 रुपए किलोग्राम से ऊपर पहुंच गया है।
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