Aaj Samaj (आज समाज), Onion Price, नई दिल्ली: मंडियों में आवक घटने के चलते दिल्ली-एनसीआर सहित देश के अधिकतर राज्यों में लोगों को प्याज की बढ़ती कीमतें रुलाने लगी हैं और फिलहाल इसमें राहत के आसार नहीं हैं। मंडियों में आवक कम होने के कारण स्टोरेज में रखा प्याज बाजार में आ रहा है और वो भी जरूरत के मुताबिक नहीं आ रहा है। उसकी मात्रा भी 40 फीसदी तक घट गई है।
सप्लाई नहीं बढ़ी तो कीमतें करेंगी परेशान
आने वाले दिनों में अगर प्याज की सप्लाई नहीं बढ़ी तो कीमतें लोगों को परेशान कर सकती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार प्याज की बुवाई में भी गिरावट दर्ज की गई है जिस वजह से भी दाम बढ़ रहे हैं। नई फसल आने में करीब दो महीने अभी बाकी हैं, इसलिए कीमतें घटने के आसार नहीं हैं।
एशिया की सबसे बड़ी मंडी में कीमतें दोगुनी
जानकारी के अनुसार, एशिया की सबसे बड़ी मंडी (महाराष्ट्र के लासलगांव) में बीते एक सप्ताह में प्याज की कीमतों में लगभग दोगुनी वृद्धि हो गई हैं। वहां कीमतें 24 रुपए से बढ़कर 46 रुपए प्रति किलो हो गई हैं और रिटेल मार्केट में इसका भी असर दिख रहा है। दिल्ली में प्याज प्रति किलोग्राम 60 से लेकर 80 रुपए बिक रहा है। एनसीआर के शहरों में कई जगह यही स्थिति है।
दिल्ली : आजादपुर सब्जी मंडी
दिल्ली में आजादपुर सब्जी मंडी में भी थोक में प्याज 40-45 रुपए प्रति किलोग्राम मिल रहा है। दरअसल, नवरात्रि के दौरान प्याज की कीमतें कम हो गई थीं, क्योंकि इस दौरान लोग प्याज कम इस्तेमाल करते हैं। जैसे ही नवरात्रि खत्म हुए मांग बढ़ी तो दाम भी बढ़ गए।
दूसरे राज्यों से नहीं आ रहा प्याज
बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से प्याज दूसरे राज्यों से नहीं आ रहा है, जिससे मांग बढ़ी तो आवक न होने से प्याज के दाम बढ़ गए। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से प्याज की आवक बेहद कम हो गई है। बाजार के जानकारों का कहना है कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों से आने वाला प्याज का स्टॉक कम हो गया है। बारिश के चलते प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है। ऐसे में नई फसल आने में 20 से 25 दिन का वक्त लगेगा। ऐसे में प्याज की कीमतों में नवंबर के अंतिम सप्ताह में कमी आने के आसार बन रहे हैं।
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