पहले चरण में 260 नर्सरियां बनाने का काम शुरू
पंजाब सरकार का मकसद खेलों में प्रदेश की पुरानी शान बहाल करना
Punjab Breaking News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार का युवाओं के स्वास्थ्य और खेलों पर पूरा फोकस है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का यह उद्देश्य है कि खेलों में प्रदेश की पुरानी शान एक बार फिर से बहाल की जा सके। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए और खेलों को प्रफुल्लित करने के लिए साल 2023 में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नई खेल नीति लागू की। इस नीति के तहत बेहतर कोचिंग, खेल सामान और रिफ्रेशमेंट वाली क्लस्टर स्तर की 1000 खेल नर्सरियां स्थापित की जानी हैं। साल 2024 में पहले चरण में 260 नर्सरियां बनाने का काम शुरू किया जा चुका है जो जल्द ही क्रियान्वित होंगी।
खेड़ां वतन पंजाब दियां में मिल रहा अवसर
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पंजाब में पहली बार खेडां वतन पंजाब दीयां की शुरुआत की गई ताकि उभरते खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने का मौका दिया जा सके। साल 2024 में खेडां वतन पंजाब दीयां का तीसरा सीजन सफलतापूर्वक करवाया गया जिसमें पांच लाख के करीब खिलाड़ियों ने 37 खेलों के 9 आयु वर्गों में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने पहली बार पैरा खेलों को खेडां वतन पंजाब दीयां’ का हिस्सा बनाया गया है ताकि हर खिलाड़ी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा खेलों के क्षेत्र में किए गए उपक्रमों के चलते देश भर में साल 2024 राज्य के नाम रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब को खेलों के क्षेत्र में देश का नंबर एक राज्य बनाने और राज्य में खेल संस्कृति पैदा करने के लिए मुख्यमंत्री, जिनके पास खेल विभाग भी है, द्वारा साल 2023 में बनाई गई नई खेल नीति को जमीनी स्तर पर लागू करने के साथ ही साल 2024 में इस नीति के सार्थक परिणाम सामने आए हैं।
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