नई दिल्ली। सरकार की ओर से जम्मू और कश्मीर में आतंकियों पार जीरो टालरेंस की न ीति अपनाई गई है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को ढूंढ कर सफाया किया जा रहा है। श्रीनगर के जादिबाल इलाके में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। वहां मौजूद दो और आतंकियों को आत्मसमर्ण के लिए सुरक्षाबल अवसर दे रहें हैं। सुरक्षाबलों की ओर से दो आतंकियों को पहचान कर उनके परिजनों को बुलाया गया है और उनसे अपील की जा रही है कि वह अपने हथियार छोड़ दें और आत्मसमर्ण कर दें। बचे दोंनो आतंकियों से सरेंडर कराने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस संयुक्त अभियान में सीआरपीएफ वैली क्यूआरटी (क्विक एक्शन टीम), 115 बटालियन, 28 बटालियन सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टुकड़ियों शामिल हैं। बतौर आईजी कश्मीर एक घर में तीन आतंकी फंसे हैं। हमने आतंकियों की पहचान कर ली है और उनके माता-पिता को बुलाया गया है जिनके माध्यम से आतंकियों के अपील की जा रही है कि वह आत्मसमर्पण कर दें। लेकिन आतंकियों को भरोसा नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि आतंकियों की तरफ से फायरिंग जारी है। उन्होंने बताया कि इनमें से दो आतंकी 2019 से सक्रिय हैं और एक पिछले महीने 2 बीएसएफ जवानों पर हमले में शामिल था। सुरक्षाबलों पूरे इलाके में कॉर्डन और तलाशी अभियान भी चला रही है। श्रीनगर इलाके मेंएक महीने के अंदर यह दूसरा एनकाउंटर है। एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। मई में सुरक्षा बलों ने श्रीनगर के नवा कदल इलाके मेंबारह धंटे तक मुठभेड़ चली थी जिसके बाद एक कश्मीरी अलगाववादी नेता के बेटे सहित हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकवादियों को सुरक्षाबलोंने मार गिराया था।