Himachal Weather (आज समाज), शिमला : पश्चिमी विक्षोभ ने बीते दो दिन तक पूरे उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित किया। शनिवार व रविवार को जहां पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में बारिश हुई वहीं हिमाचल प्रदेश के ऊंचे स्थानों पर हिमपात व मैदानी हिस्सों में बारिश के साथ ओले गिरे। इससे हिमाचल प्रदेश में ठंड एकदम से प्रचंड हो गई और लोग घरों में दुबकने पर मजबूर हो गए। रोहतांग दर्रे, शिंकुला, बारालाचा व कुंजम दर्रे सहित ऊंची चोटियों में एक फीट हिमपात हुआ है।
सिरमौर में साल का पहला हिमपात
सिरमौर जिले की चूड़धार चोटी पर इस वर्ष का पहला हिमपात हुआ। अटल टनल, भरमौर, नारकंडा, कुफरी, किन्नौर जिले के छितकुल, कल्पा, सांगला और आसरंग में भी हल्का हिमपात हुआ है। शिमला में दोपहर बाद ओले गिरे। नारकंडा व फागू में बर्फ को हटाने के लिए जेसीबी लगानी पड़ी। अटल टनल, धुंधी, गुलाबा, सोलंगनाला, फातरु, कोठी, गुलाबा में फाहे गिरे। कोठी, केलंग और नारकंडा में पांच से आठ सेंटीमीटर हिमपात हुआ है। सराहन, रोहड़ू, मनाली, पांवटा साहिब और बरठीं सहित अन्य स्थानों पर वर्षा हुई।
इन जिलों में चलेगी शीतलहर
मौसम विभाग ने तीन दिन तक ऊना, मंडी, बिलासपुर व कांगड़ा में शीतलहर चलने की संभावना जताई है। 16 से पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होगा और हिमपात व वर्षा की संभावना है। ताजा बारिश और बर्फबारी से पहाड़ों की रानी और प्रदेश की राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 2.2 व अधिकत्तम तापमान 5.6 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के अन्य शहरों के भी न्यूनतम व अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इनमें सुंदरनगर का न्यूनतम तापमान 5.8, भुंतर का 5.1, कल्पा का माइनस एक, धर्मशाला का 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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