कैथल: कृषि और किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. कर्मचंद ने कहा कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत धान फसल की जगह अन्य फसलें लगाने वाले किसानों को सात हजार रुपये प्रति एकड़ की दर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. कर्मचंद ने रसूलपुर में धान की सीधी बिजाई पर एक दिवसीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत अन्य फसलें जैसे कपास, मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, सोयाबीन, मूंगफली फसलें लगाने पर सरकार की तरफ से 7 हजार रुपये प्रति एकड़ किसानों को दी जाएगी। किसानों को धान की सीधी बिजाई के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन प्लाट पर 5000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। किसान अधिकतम 2.5 एकड़ तक का योजना का लाभ ले सकता है। इसके लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल में मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम में जाकर उसका पंजीकरण करना होग।
शिविर में आये सभी किसानों को धान के सीधी बिजाई के प्रदर्शन प्लाट दिखाए गए जिसमे किसानों ने इंसमे रुचि लेते हुए अगले वर्ष धान की फसल सीधी बिजाई करने का संकल्प लिया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. कर्मचंद ने आह्वद्दान किया कि जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे कोविड नि:शुल्क टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए जिन किसानों ने अब तक कोविड का टीका नही लगवाया वो टीकाकरण शिविर में पहुंचकर यह टीका जरूर लगावाएं तथा दूसरों को भी टीका लगवाने के लिए जागरूक करें। कृषि विकास अधिकारी डॉ. ने किसानों को सीधी बिजाई से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि खेत की तैयारी से लेकर खरपतवार नियंत्रण के साथ धान में पानी खड़ा करने से होने वाली बीमारियों के बारे में अवगत करवाया। इस अवसर पर वरिष्ठद्द कृषि वैज्ञानिक डॉ. जसबीर, तकनीकी प्रबंधक डॉ. सचिन, डॉ. विनोद, पूनम सूद, डॉ जगबीर लंबा, डॉ. संदीप, अनूप माथुर, गुरविंद्र, सूबा सिंह, कपूर आदि मौजूद रहे।