Faridabad News: फरीदाबाद में प्ले स्कूल में डेढ़ साल के बच्चे की मौत

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Faridabad News: फरीदाबाद में प्ले स्कूल में डेढ़ साल के बच्चे की मौत
Faridabad News: फरीदाबाद में प्ले स्कूल में डेढ़ साल के बच्चे की मौत

जांच करने पहुंची चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम, मिली खामियां, एसडीएम ने किया सील
Faridabad News(आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के फरीदाबाद के पल्ला इलाके में चल रहे एक प्ले स्कूल में गत 12 अप्रैल को एक डेढ़ साल के एक बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। बच्चे की पहले तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लेकर जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। बच्चे की मौत की शिकायत प्रशासन से की गई, जिस पर शुक्रवार को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी जांच करने पहुंची। स्कूल में बने 50 गज के मकान में 100 बच्चे रखे हुए थे। जिन्हें खाने के लिए एक्सपायरी खाना दिया जा रहा था।

जब टीम ने स्कूल संचालक से सवाल किए तो वह जांच टीम से भिड़ गया। इसके बाद एसडीएम मौके पर पहुंचीं। तब पता चला कि 7 साल से चल रहे इस स्कूल के पास मान्यता ही नहीं है। न ही यहां कोई टीचर है। सिर्फ एक सेविका रखी गई है, जो बच्चों की देखभाल करती है। इन हालातों के बाद एसडीएम ने स्कूल सील करा दिया। जिसके बाद फरीदाबाद पुलिस ने आरोपी स्कूल संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

न कोई टीचर, सिर्फ एक सेविका को बच्चों की देखभाल के लिए रखा गया

इस स्कूल का नाम आर्मी पब्लिक प्ले एवं क्रैच स्कूल रखा गया था। मकान में 3 मंजिल है। 17 अप्रैल को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने आर्मी पब्लिक प्ले एवं क्रैच स्कूल का निरीक्षण किया। कमेटी के सदस्य सुनील यादव, काउंसलर अर्चना और जिला बाल संरक्षण इकाई से अर्पणा स्कूल की हालत देखकर दंग रह गए। इस स्कूल में 103 बच्चों का रजिस्ट्रेशन मिला है। मौके पर 100 बच्चे मिले, जिन्हें छोटे-छोटे कमरों में रखा गया था। इस स्कूल में कोई टीचर नहीं था। केवल बच्चों के लिए एक सेविका को रखा गया था, जो छोटे बच्चों को संभालने का काम करती थी। 18 बच्चे स्कूल में ही नाइट स्टे करते है।

बच्चों का कराया गया मेडिकल

कमेटी के सदस्य सुनील यादव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अधिकतर छोटे बच्चे यहां पर सोते हुए मिले। जिन कमरों में बच्चे सोए हुए थे, उनमें अंधेरा था। स्वास्थ्य विभाग को सूचना देकर कमेटी के सदस्यों ने बच्चों को नींद से उठाकर उनसे जानकारी हासिल करनी शुरू की। स्कूल में कोई शिक्षक नहीं था। बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम से 15 बच्चों को मेडिकल कराया गया। स्कूल में पढ़ने वाले 7 वर्षीय विराज दत्त की तबीयत बिगड़ने के बाद उसको बादशाह खान सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया है। इसके अलावा सभी बच्चों के अभिभावकों को बुलाकर उनके बच्चों को सौंप दिया।

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों से उलझा स्कूल संचालक

स्कूल के संचालक पंकज ने मामले को बिगड़ता देख चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों से उलझना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। मामले की जानकारी मिलने पर एसडीएम शिखा अंतिम और जिला बाल सरंक्षण अधिकारी गरिमा तोमर की मौके पर पहुंची गई। उन्होंने जांच में पाया कि 7 साल से यह स्कूल चलाया जा रहा था। उसे पास कोई परमिशन नहीं थी। स्कूल संचालक कोई कागजात नहीं दिखा सका। इसके बाद टीम ने स्कूल को सील कर दिया।

बच्चों के माता-पिता मिलकर करते है कंपनियों में काम, बच्चों को डाला प्ले स्कूल में

अधिकारियों के स्कूल में पहुंचने पर वहां लोगों की भीड़ लग गई। बच्चों के अभिभावक भी मौके पर पहुंच गए। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनमें से ज्यादातर पूर्वांचल के रहने वाले है। माता-पिता मिलकर कंपनियों में काम करते है। ऐसे बच्चों को इस प्ले स्कूल में ही छोड़ने के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है। यह भी बताया कि जब बच्चों को यहां रखने के लिए आए थे तो स्कूल संचालक ने सारी सुविधाएं देने का वादा किया गया था। मगर, यहां हालत ज्यादा खराब है।