नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
महेंद्रगढ़ शहर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव बलायचा के एक परिवार ने अपने यहां कन्या जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में कुआं पूजन व प्रीतिभोज समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर गांव के गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए परिवार के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि बेटियों के जन्म पर कुआं पूजन समाज में कायम बेटियों के प्रति सोच में बदलाव की एक नींव है। गांव के निवासी व दिल्ली ऐम्स में रेजिडेंट डॉक्टर सौरभ शर्मा की पत्नी पूजा शर्मा ने पहली संतान के रूप में कन्या को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि व्यक्ति को मिली अच्छी शिक्षा समाज में बदलाव की नींव रखती है। जीवन में हमें उच्च शिक्षा किसी विशेष लिंग के प्रति भेदभाव करना नहीं सिखाती।
लड़का-लड़की में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए : श्याम सुंदर शास्त्री
इस खुशी में परिवार के लोगों ने लड़कों के जन्म पर निभाई जाने वाली परंपरा की तहत लड़की के जन्म पर भी कुआं पूजन तथा प्रीतिभोज का कार्यक्रम आयोजित किया। डॉ. सौरभ के पिता संस्कृत अध्यापक के पद से सेवानिवृत श्याम सुंदर शास्त्री ने कहा कि आज के समय में बेटियां लड़कों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। समाज में लड़कियों को हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए ऐसे आयोजन करने चाहिए। इस अवसर पर बिटिया के बड़े दादा एवं नवनिर्वाचित ब्लॉक समिति सदस्य कैलाश दत्त शास्त्री ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्राचीन समय में लड़कियों को कोख में ही मार दिया जाता था मगर अब धीरे-धीरे वक्त के साथ समाज की सोच में भी बदलाव लाने की जरूरत है। लड़का-लड़की में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम में क्षेत्र के राजनीतिक परिवेश से संबंधित अनेकों गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कारवाई और परिवार की इस अनोखी पहल को सराहा ।
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