Prayagraj Mahakumbh 2025, (आज समाज), प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से चल रहे दुनिया के सबसे बड़े महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने व गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम (त्रिवेणी संगम) में डुबकी लगाकर पुण्य कमाने का सिलसिला लगातार जारी है। आज महाकुंभ का 16वां दिन है।
बुधवार को मौनी अमावस्या, व महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान
बुधवार को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के साथ ही महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान है और इस मौके पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के यहां डुबकी लगाने की उम्मीद है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आध्यात्मिक दृष्टि से महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसी के साथ इस अवसर पर 5 डुबकी लगाना व पांच डूबकी लगाने की विधि का भी विशेष महत्व है।
इस तरह लगाएं पहली व दूसरी डुबकी
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में पहली डुबकी लगाने से पहले गंगा, यमुना, सरस्वती और जल देवता को नमन करना चाहिए। उसके बाद पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके स्नान करें। इस तरह डुबकी लगाने से जीवन में पॉजिटिव ऊर्जा मिलती है। दूसरी डुबकी लगाते समय भी अपना मुंह पूर्व दिशा की ओर करना चाहिए। इस तरह दूसरी डुबकी लगाने से ईष्ट व कुल देवता की अपार कृपा प्राप्त होती है।
तीसरी और चौथी डुबकी
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर तीसरी डुबकी उत्तर दिशा की ओर मुंह करके लगाएं। ऐसा करने से भगवान शिव व माता पार्वती के अलावा गुरुओं और सप्त ऋषियों की कृपा होती है। चौथी डुबकी लगाते समय अपना मुंह पश्चिम दिशा की ओर करना चाहिए। ऐसा करने से 33 कोटि देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके डुबकी लगाने से यक्ष, किन्नर व गरुड़ की कृपा होती है।
जानें पांचवीं डुबकी लगाने की विधि व लाभ
मौनी अमावस्या पर अंतिम व पांचवीं डुबकी लगाते समय दक्षिण दिशा की ओर मुंह करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक यह डुबकी पितरों की आत्मा की शांति व कल्याण के लिए होती है। इस तरह मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में विधि-विधान से लगाई गई पांच डुबकियों से भक्तों सभी देवी-देवता व पितरों का आशीर्वाद मिल सकता है। इसके अलावा ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और उन्नति का रास्ता खुलता है।
अस्वीकरण: यह सामग्री लोक मान्यताओं पर आधारित है। तथ्यों की स्पष्टता व सटीकता के लिए आज समाज जिम्मेदार नहीं है। स्पष्टता के लिए ज्योतिष से सपंर्क करना चाहिए।
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