26 जून को संयुक्त किसान मोर्चा राज्यपाल को सौपेंगा ज्ञापन

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kisan morcha kaithal, governor
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कैथल। (मनोज वर्मा) संयुक्त किसान मोर्चा कैथल ने आज पत्रकारों से रूबरू होते हुए एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से निश्चय दोहराया कि खेती के तीनों काले कानूनों की वापसी तथा एमएसपी की कानूनी गारंटी मिलने पर ही किसान आंदोलन समाप्त होगा। इसमें किसी बीच बचाव के रास्ते की बात ही नहीं है। कैथल जिले में संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यक्रमों को बखूबी लागू किया जाता रहेगा। आज की पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए किसान सभा के नेता महेन्द्र सिंह ने बताया कि 26 जून को कैथल जिले के बड़ी संख्या में किसान व महिला किसान राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने के लिए पंचकूला नाडा साहब गुरूद्वारा में इकटठे होकर रोष मार्च निकालेंगे व ज्ञापन देंगें।

इस कार्यक्रम में हिस्सेदारी के लिए कैथल जिले के विभिन्न गांवों व खंडों से अपने अपने वाहनों से किसान जाएंगें। वाहनों की बुकिंग शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन को दिल्ली के बार्डरों पर शुरू हुए 7 महीने बीत जाने को हैं। आंदोजन शांतिपूर्वक व धैर्ये के साथ चल रहा है। लेकिन सरकार आंदोलन को तोड़ने व बदनाम करने के अनेकों हत्यकंडे अपना चुकी है। जो आंदोलन को समाप्त करने में नाकाम रहे हैं। इस अवसर पर भरत सिंह बैनीवाल ने बताया कि किसान मोर्चा हरियाणा की तय शुदा नीति के अनुसार जिले वार किसान 25 जून को कैथल सचिवालय में कष्ट निवारण समिति की बैठक में आने वाले हरियाणा सरकार के मंत्री मूल चंद शर्मा को काले झंडे दिखाकर अपना रोष व्यक्त करेगें।

वहीं किसान मोर्चें कैथल के तीसरे वरिष्ठ वक्ता विक्रम कसाना ने प्रदेश में लंबे समय से पैंडिंग टयूबवैल कनेकशनों को जारी करने की मांग की। उन्होंने बताया कि वर्षों से ये कनेकशन पैंडिग पडे हुए हैं। सरकार कनेकशन जारी करने की बजाए अनेकों शर्तों का खुलासा कर थोंपती रहती है। जो किसानों के साथ घोर अन्याय है। इसके लिए कैथल के किसान 15 जून को अधीक्षक अभियंता कैथल के माध्यम से बिजली मंत्री के नाम ज्ञापन दे चुके हैं। अधिकारी के आश्वासन अनुसार 28 जून को संयुक्त मोर्चो कैथल अधीक्षक अभियंता से मुलाकात कर प्रगति रिपोर्ट लेंगें।