Omicron Variant Latest Update
आज समाज डिजिटल, न्युयार्क:
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे बीते हफ्ते ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक वेरिएंट करार दिया था। जिसके बाद दुनियाभर में हलचल तेज हो गई। वेरिएंट से बचाव के लिए ज्यादातर देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है। बयान में कहा गया है कि 60 से अधिक उम्र के लोगों को फिलहाल यात्रा स्थगित करनी चाहिए। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि शुरुआती नतीजों से मालूम हुआ है कि जिन लोगों को पहले कोरोना संक्रमण हो चुका है, उन्हें सबसे ज्यादा बचाव करने की जरूरत है।
Also Read : Omicron Variant Update In Haryana हरियाणा में मास्क नहीं लगाने वालों का होगा चालान
डब्ल्यूएचओ के Director General Tedros Gebreyes का कहना है कि अब तक के सुबूतों से यह साफ है भारी म्यूटेशन के बाद कोविड-19 का यह वैरिएंट विश्व स्तर पर गंभीर नतीजे छोड़ सकता है। इस बीच जापान, फ्रांस व स्पेन में ओमिक्रॉन संक्रमण के चिंता बढ़ाने वाले नए मामले सामने आए हैं। अब तक ओमिक्रॉन की वजह से किसी की मौत की सूचना नहीं मिली है, लेकिन इसके बारे में निश्चित रूप से बहुत कम जानकारी है। वैश्वि संस्था ने कहा कि जिन लोगों की कोरोना संक्रण के कारण मौत हुई है, उसमें ज्यादातर ऐसे ही लोग थे जो शारीरिक तौर पर कमजोर थे, इसलिए नए वैरिएंट के संभावित खतरे के बीच एहतियात ही सबसे बड़ा हथियार है। डेल्टा व डेल्टा प्लस के अलावा कोरोना के जितने भी वैरिएंट सामने आए हैं, वह कमजोर प्रतिरक्षाा प्रणाली वाले लोगों के लिए खतरा बने हैं।
Also Read : Jammu Kashmir Encounter : पुलवामा मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर समेत दो आतंकी ढेर
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयेसेस ने कहा, पूरी आबादी का टीकाकरण होने में जितना ज्यादा समय लगेगा वायरस उतनी तेजी से म्यूटेट होगा और यह तेजी से फैलेगा, इसलिए वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, सभी को दोनों खुराक लगाना जरूरी हैं। उन्होंने कहा, यह न मानें कि कोविड हमारे बीच से चला गया है। ओमिक्रॉन से साफ संदेश मिलता है कि अभी कोविड से लंबी लड़ाई लड़नी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री राजेश भूषण ने कहा है कि भारत में ओमिक्रॉन का अब तक कोई मामला सामने नहीं आया। केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के आगमन के पहले दिन आरटी-पीसीआर परीक्षण सुनिश्चित करें। इस बीच आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने बताया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मौजूदा टीके ओमिक्रॉन से गंभीर बीमारी होने से नहीं बचाएंगे, हालांकि एस्ट्राजेनेका के साथ विकसित कोविशील्ड टीके का एक नया वर्जन विकसित किया जा रहा रहा है।
प्रयागराज: प्रयागराज महाकुंभ में 5000 से अधिक नागा सन्यासियों की नयी फौज अखाड़ों में शामिल…
कांग्रेस सरकार में हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान रहे चुके हैं जगदीश झींडा,…
पवन शर्मा चंडीगढ़। भारत के ओलंपिक चैंपियन और जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने रविवार को…
(Best Gaming Phone ) क्या आप मनोरंजन को और भी बेहतर बनाना चाहते हैं, और…
(Tecno Phantom V Flip) इन दिनों मार्केट में स्मार्टफोन की काफी डिमांड है। इसलिए मार्केट…
(iPhone 14) क्या आप अपने लिए नया iPhone लेना चाहते हैं, लेकिन आप इस बात…