श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में यकायक अमरनाथ यात्रा रोकने से राज्य में सियासी माहौल गरम हो गया है। बता दें कि आतंकी हमले के मद्देनजर अमरनाथ यात्रा में कटौती और पर्यटकों को घाटी छोड़कर जाने की एडवाइजरी जारी की गई थी। अब वहां के राजनीतिक दलों में खलबली मची हुई है। इसी संदर्भ में नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को सत्यपाल मलिक से मुलाकात की और राज्य के बारे में जानकारी हासिल की। राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा- हम जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में जानना चाहते हैं। जब हमने कुछ अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि कुछ होने जा रहा है। लेकिन, वास्तव में यह कोई नहीं जानता है।
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा- सोमवार को जब संसद चलेगा तो केन्द्र सरकार को इस पर बयान देना चाहिए कि आखिर अमरनाथ यात्रा रोकने और पर्यटकों को घाटी छोड़ने का आदेश क्यों देना पड़ा। हम यह संसद से सुनना चाहते हैं कि लोगों में डर की कोई जरुरत नहीं है। नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने कहा कि हम विलय के समय जम्मू कश्मीर को प्रदान की गयी संवैधानिक गारंटी पर केंद्र से आश्वासन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आश्वासन दिया है कि अनुच्छेद 35-ए, अनुच्छेद 370 तथा राज्य को तीन हिस्सों में बांटने के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।