Oman Oil Tanker Update: ओमान में पलटे तेल टैंकर की मदद के लिए भारतीय नौसेना ने तैनात किया आईएनएस तेग

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Oman Oil Tanker Update ओमान में पलटे तेल टैंकर की मदद के लिए भारतीय नौसेना ने तैनात किया आईएनएस तेग
Oman Oil Tanker Update : ओमान में पलटे तेल टैंकर की मदद के लिए भारतीय नौसेना ने तैनात किया आईएनएस तेग

Oil Tanker Capsized in Oman, (आज समाज), नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने ओमान के तट पर पलटे तेल टैंकर की मदद के लिए अपना युद्धपोत आईएनएस तेग व एक सर्विलांस विमान पी-8 आई तैनात किया है। तेल टैंकर में 13 भारतीयों समेत 16 लोग थे जो सभी लापता बताए गए हैं। इनमें तीन श्रीलंकाई नागरिक हैं। बता दें कि भारतीय नौसेना, ओमान की नौसेना के साथ मिलकर समुद्र में बचाव और राहत अभियान चला रही है।

हादसे वाली जगह परिचालन कर रहा था भारतीय युद्धपोत

जिस जगह तेल टैंकर पलटा, भारतीय युद्धपोत उसी क्षेत्र में परिचालन कर रहा था। घटना के बाद भारतीय युद्धपोत को 15 जुलाई को खोज और बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था। युद्धपोत ने 16 जुलाई की सुबह पलटते हुए तेल टैंकर का पता लगा लिया था।

दुबई से यमन जा रहा था पोत

ओमान समुद्री सुरक्षा केंद्र के अनुसार, समंदर में पलटे जहाज पर कोमोरोस का झंडा लगा है और उसकी पहचान प्रेस्टीज फाल्कन के रूप में हुई है। अधिकारियों ने कहा है कि यह जहाज दुबई के हमरिया बंदरगाह से यमन की अदन बंदरगाह जा रहा था। इस बीच यह ओमान के तट पर रास मद्रकाह इलाके से समुद्र में करीब 46 किमी दक्षिण पूर्व में पलट गया। जहाज अब भी समुद्र में पलटा हुआ है। इससे तेल लीक हुआ है या नहीं, अभी इसका पता नहीं चल पाया है।

अदन की खाड़ी और लाल सागर में लगातार हो रहे हमले

बता दें कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से अदन की खाड़ी और लाल सागर में समुद्री जहाजों पर लगातार हमले हो रहे हैं। ईरान समर्थित हूती विद्रोही इन हमलों को अंजाम दे रहे हैं। अमेरिका व ब्रिटेन संयुक्त रूप से हूती विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं, पर इसके बावजूद व्यापारिक जहाजों पर हमले नहीं रुक रहे हैं।

हमले नहीं रुके तो बिगड़ेंगे हालात

हूती विद्रोहियों के हमले के चलते अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और इसकी वजह से कई व्यापारिक जहाज अफ्रीका होते हुए लंबा रास्ता तय कर रहे हैं। इस कारण महंगाई बढ़ी है। यदि लाल सागर और अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों पर हमले नहीं रुके तो हालात और ज्यादा खराब हो सकते हैं।