Aaj Samaj (आज समाज),Old Lady Kavadiya Krishna Devi,पानीपत : सावन मास में शिव भक्ति की अलग-अलग कहानियां सामने आती हैं। अब एक महिला कावड़िया की अनोखी कहानी सामने आई है। वे पिछले 37 साल से लगातार कांवड़ ला रही हैं। उन्होंने बताया कि वे आखिरी सांस तक अपने पति की अंतिम इच्छा पूरा करेंगी। आज के समय में ऐसी महिलाएं किसी उदाहरण से कम नहीं हैं, जो पति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। ऐसी ही बुजुर्ग महिला हैं, हरियाणा के चरखी दादरी की रहने वाली 56 वर्षीय कृष्णा देवी।
- पति की बीमारी से हो गई थी मौत, उनको दिए गए वादा अनुसार जीवित रहने तक लाएगी कावड़
पिछले 37 साल से हरिद्वार से कावड़ ला रही है
शनिवार को कृष्णा देवी हरिद्वार से कांवड़ लेकर यमुना पुल से होते हुए बोल बम-बम के जयघोष के साथ पैरों में छाले पड़ने के बावजूद मंजिल की तरफ बढ़ रही थीं। कृष्णा देवी ने बताया कि वो अपने पति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए पिछले 37 साल से हरिद्वार से कावड़ ला रही हैं। हालांकि, वह तीन बार पति के साथ भी कांवड़ लेकर आ चुकी हैं। उम्र अधिक होने के बाद भी उनका हौसला कम नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक शरीर में जान रहेगी, पति की इच्छा को पूरा करने के लिए कांवड़ लाती रहेंगी। यही नहीं, भंडारा आयोजित कर अन्य लोगों से भी कावड़ लाने की अपील करती हैं। कृष्णा देवी ने बताया कि वह पहले अपने पति के साथ तीन बार कांवड़ लेकर आई थी।
कृष्णा ने पति को हर साल कावड़ लाने का वादा किया था
मगर करीब 38 साल पहले पति अचानक ही बीमार हो गए। जिस वजह एक साल वह पति के साथ कावड़ लेकर नहीं आ सकी। पति की मौत हो गई, मगर पति ने मरने से पहले इच्छा जाहिर की कि वह जब तक जीवित रहते हरिद्वार से कांवड़ लेकर आते। मगर अब शायद मेरा अंतिम समय है, तुम वादा करो कि मेरे स्थान पर हर साल जीवित रहने तक कांवड़ लाती रहोगी। कृष्णा ने पति को हर साल कावड़ लाने का वादा किया था। कृष्णा ने बताया कि पति के वायदे को पूरा करने के लिए वह उनकी मौत के बाद 37 साल से लगातार कांवड़ लेकर आ रही हैं। कांवड़ लाने के बाद वह घर पर पहुंचकर भंडारा भी लगाती हैं। परिवार में बेटा, बेटी भी है। पति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए वह जब तक शरीर में जान रहेगी, कांवड़ लाती रहेंगी।
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